मौसम पूर्वानुमान : 16 से 23 सितंबर 2023 तक (वैदिक)
मौसम पूर्वानुमान : 16 से 23 सितंबर 2023 तक (वैदिक)
16 सितंबर को बहुत कम क्षेत्रों में खंडित वर्षा होने की संभावना है |आकाश में अन्य दिनों की अपेक्षा कुछ कम बादलों की उपस्थिति रहेगी |दक्षिण भारतीय प्रदेशों तापमान अचानक कुछ बढ़ना शुरू होगा | पूर्वोत्तर भारत में हुमस अधिक होगी |
17 सितंबर को सौर गतिविधियों के कारण अन्य दिनों की अपेक्षा इस रात्रि को कहीं कहीं आग लगने की घटनाएँ अधिक घटित हो सकती हैं |कुछ क्षेत्रों में तेज वर्षा एवं आकाशी बिजली गिरने की घटनाएँ घटित हो सकती हैं |
18 सितंबर को सामान्य रूप से आकाश की उँचाई पर सफेद रंग के बादलों की अधिकता रहेगी | भारत के पूर्वोत्तरीय प्रदेशों में कहीं कहीं मध्यम वर्षा होने की संभावना है |अरब सागर की ओर से आने वाली तेज हवाएँ प्राकृतिक वातावरण को अचानक बदल देंगी |सुबह से धूप रहेगी ! दोपहर बाद तक तापमान कुछ बढ़ा रहेगा !रात्रि में कुछ क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ विशेष वर्षा हो सकती है |विशेषकर केरल कर्नाटक महाराष्ट्र गुजरात तथा दक्षिणी राजस्थान में आँधी तूफानों के साथ तेज वर्षा हो सकती है |
विशेष बात :19 से 23 सितंबर के बीच बहुत अधिक वर्षा की संभावना नहीं है !इस समय सूर्य किरणें अधिकाँश बादलों को भी निर्जल कर देंगी | इस बीच गर्मी अधिक होगी !विशेष हुमस के कारण कुछ विशेष प्रकार के रोग पैदा हो सकते हैं |
19 सितंबर को त्रिपुरा पश्चिम बंगाल उड़ीसा छत्तीस गढ़ तेलंगाना आंध्रप्रदेश आदि में वर्षा होने की संभावना है !अरब सागर में कुछ वायु समूहों के आपस में टकराने से समुद्री बवंडर के पैदा होने से समुद्री जल आंदोलित होगा !इससे कुछ दिनों तक केरल, कर्नाटक,गोवा,महाराष्ट्र,गुजरात एवं दक्षिणी राजस्थान जैसे प्रदेशों तेज हवाओं के साथ अधिक वर्षा हो सकती है| वायुसमूहों के आंदोलित होने से लोगों के मन में उन्माद की भावना पनपेगी |परिवारों में अकारण तनाव की मात्रा बढ़नी प्रारंभ होगी |
20 और 21 सितंबर को प्रकुपित हवाओं (अनपेक्षित गैसों )के प्रभाव से कुछ स्थानों पर प्राकृतिक उपद्रव घटित हो सकते हैं |वो हवाएँ जब जहाँ पहुँचेंगी वहाँ आँधी तूफ़ान चक्रवात जैसी प्राकृतिक घटनाएँ निर्मित हो सकती हैं | भारत के दक्षिण पश्चिमी समुद्री किनारों पर स्थित प्रदेशों में आँधी तूफ़ान के साथ तेज वर्षा जैसी घटनाएँ घटित हो सकती हैं | इन्हीं दिनों में भारत के दक्षिण पश्चिमी समुद्री भाग में विक्षुब्ध हवाएँ किसी चक्रवात को जन्म दे सकती हैं |पूर्वोत्तरीय प्रदेशों में कहीं मध्यम वर्षा हो सकती है | मध्य भारत में तेज हवाओं के साथ मध्यम वर्षा होने की संभावना है | प्रदूषित हवाओं के वेग से इस समय लोगों में मानसिक तनाव विशेष बढ़ सकता है |समाज में वैमनस्य फैलाने के प्रयास किए जाएँगे |राजनैतिक दलों में पारस्परिक आरोपों प्रत्यारोपों के दुखद दृश्य देखने को मिल सकते हैं | समाज में आंदोलन की प्रवृत्ति पनपेगी |
22 सितंबर को धूप रहेगी | तापमान कुछ बढ़ जाएगा ! इस दिन आग लगने की संभावना अन्य दिनों की अपेक्षा काफी अधिक रहेगी | गुजरात पश्चिमी राजस्थान महाराष्ट्र आदि में विशेष हुमस बढ़ जाएगी | सामाजिक तनाव कम होना प्रारंभ होगा |वायुमंडल में व्याप्त प्रदूषण आंशिक रूप से कम होगा|नदियों तालाबों के जल भी स्वतः स्वच्छ होंगे |कहीं कहीं आग लगने की संभावना है| वर्षा होने की संभावना बहुत कम क्षेत्रों में है |
23 सितंबर को प्रातः 5 बजकर 29 मिनट पर मध्य अरब सागर से उठी हवाएँ बादलों को पूर्वोत्तर भारत की ओर धकेलना शुरू कर देंगी | जो रात्रि 11.23 तक बादलों को लेकर गुजरात राजस्थान महाराष्ट हरियाणा पंजाब हिमाचल उत्तरप्रदेश मेघालय अरुणाचल आदि प्रदेशों के आसमान में पहुँच जाएँगे | कुछ प्रदेशों में मध्यमस्तरीय वर्षा होने की भी संभावना है | समाज में व्याप्त उन्माद की भावना कुछ कम होगी | लोगों में सहन करने की क्षमता स्वतः बढ़ने लगेगी |वायु प्रदूषण की मात्रा कुछ कम होगी |