अरविंद केजरीवाल का आम आदमी पार्टी में कोई भविष्य नहीं है! चूँकि आमआदमीपार्टी के नाम का पहला अक्षर ‘अ’ है और अरविंद केजरीवाल के नाम का पहला अक्षर भी ‘अ’ है एक अक्षर वाले दो लोग एक दूसरे के साथ नहीं रह सकते और यदि रहें भी तो एक दूसरे के लिए हितकारी नहीं हो सकते हैं !यही कारण है कि आमआदमी पार्टी में जितने अ  अक्षर वाले नेता लोग थे उनमें से अधिकाँश नेता लोग एक एक करके पार्टी छोड़कर चले गए-
    – आशुतोष ,अजीत झा,  अलकालांबा, आशीष खेतान,अंजलीदमानियाँ ,आनंद जी,आतिशी आदर्शशास्त्री,असीम अहमद इसी प्रकार से अजेश,अवतार ,अजय,अखिलेश,अनिलवाजपेयी ,अमान उल्लाह खान  आदि ‘अ’ से प्रारम्भ नाम वालेलोग हैं इनमें से अधिकाँश लोग आम आदमी पार्टी छोड़कर जा चुके हैं जो बचे हैं वो भी जब तक पार्टी में रहेंगे तब तक आम आदमी पार्टी के लिए समस्या पैदा करते रहेंगे इसके बाद कभी भी पार्टी छोड़कर चल देंगे !आम आदमी पार्टी के लिए इसी श्रेणी में आते हैं अरविंद केजरीवाल !ये कब तक आम आदमी पार्टी में रहेंगे और जब तक रहेंगे तब तक पार्टी के लिए वे जो अच्छे कार्य भी करेंगे उनसे भी पार्टी के लिए समस्याएँ ही पैदा होती रहेंगी !अंततः एक दिन या तो वे स्वयं आम आदमी पार्टी छोड़कर चल देंगे या फिर आम आदमी पार्टी स्वयं उनके हाथ जोड़कर उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा देगी !इसकी भूमिका भी पार्टी में तैयार हो चुकी है जिसका कार्यान्वयन आगामी दिल्ली विधान सभा के चुनावों में संभावित भारी पराजय के बाद किया जाएगा !उसके बाद उनके अभिन्न सहयोगी सँभालेंगे इस पार्टी की कमान !जिसकी रूपरेखा अत्यंत प्रेमपूर्वक अरविन्द जी के शुभ चिंतकों ने तैयार कर ली है !  

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