मौसम पूर्वानुमान : मार्च – 2023 (वैदिक)
संक्षिप्त :मार्च के महीने में वातावरण कुछ ऐसा बन रहा है कि जहाँ एक ओर वर्षा होने की घटनाएँ अक्सर देखने को मिलेंगी ,वहीं आग लगने की घटनाएँ भी काफी अधिक घटित होंगी | तापमान काफी अधिक बढ़ जाएगा ,संभव है कि अन्य वर्षों में ऐसा कम ही देखने को मिलता हो | 16 से 28 मार्च तक ऐसी संभावनाएँ काफी अधिक बनती देखी जाएँगी |अचानक हुमस बढ़ जाने से प्राकृतिक संक्रमण बढ़ सकता है जिससे रोगों के पैदा होने का वातावरण बनेगा |
1और 2 मार्च को वायु प्रदूषण कम होना शुरू होगा | वातावरण में नमी की मात्रा बढ़नी प्रारंभ होगी | उन्माद की भावना शांत होनी शुरू होगी |कुछ स्थानों पर बादलों की आवाजाही देखी जा सकती है | कुछ स्थानों पर वर्षा होने की संभावना भी है
नोट :3-14 मार्च के बीच उत्तर पश्चिमी देशों प्रदेशों में सामान्य वर्षा की संभावनाएँ बनी रहेंगी |
3 और 4 मार्च को पहाड़ी क्षेत्रों में कहीं कहीं बर्फबारी हो सकती है | हवाओं का वेग बढ़ने से नमी की मात्रा बढ़ेगी | कहीं कहीं बादलों की उपस्थिति बढ़ सकती है | पूर्वोत्तर भारत में वर्षा होने की संभावना है |
5 मार्च को विश्व के अनेकों देशों प्रदेशों में वर्षा हो सकती है |इससे तापमान कुछ कम होगा |सामाजिक तनाव घटेगा | राजनैतिक विद्वेष कम होगा |इन दिनों में विवादित मुद्दे निपटा लेने चाहिए | रक्तचाप एवं शुगर के रोगियों के लिए यह समय हितकर है | पारिवारिक कलह घटेगा |
6और 7 मार्च को कुछ स्थानों पर सामान्य बादल देखे जा सकते हैं वर्षा की संभावना बहुत कम स्थानों पर है | जिससे समुद्री क्षेत्रों के वायु समूहों में हलचल पैदा होगी |
8और 9 मार्च को बादलों की उपस्थिति रह सकती है|कहीं कहीं वर्षा होने की संभावना है!सामान्य रूप से जहाँ वर्षा नहीं होगी वहाँ तापमान बढ़ने से हुमस अधिक होगी | वायु प्रदूषण का स्तर लगभग सामान्य रहेगा |
10 मार्च को प्रातःकाल से ही तेज धूप निकलने की संभावना है | कुछ स्थानों पर अल्प वर्षा की संभावना है | वायु मंडल में ज्वलनशीलता बढ़ने से थोड़ी भी लापरवाही भयावह हो सकती है |अत्यंत सामान्य कारणों से भी आग लगने की घटनाएँ अधिक घटित हो सकती हैं
11 मार्च को समुद्री जल आंदोलित होंगे !पृथ्वी विभिन्न प्रकार की गैसों का तेजी से बिसर्जन करेगी जिससे समुद्री जल आंदोलित हो सकते हैं |आकाशीय वातावरण विक्षुब्ध होगा | ऐसी अनपेक्षित गैसों के प्रभाव से कुछ स्थानों पर प्राकृतिक उपद्रव घटित हो सकते हैं |हवाओं की गति बढ़ेगी | हरियाणा दिल्ली राजस्थान उत्तर प्रदेश बिहार आदि प्रदेशों के आकाश में कहीं कहीं भूरे रंग के जल हीन बादलों की मात्रा देखने को मिल सकती है |
12 और 13 मार्च को समुद्री क्षेत्रों में पृथ्वी के गर्भ से निकली हवाओं के वेग से कुछ स्थानों पर चक्रवातों का निर्माण हो सकता है | देश के दक्षिण पूर्वी समुद्री किनारों पर स्थित देशों प्रदेशों में आँधी तूफ़ान जैसी घटनाएँ घटित हो सकती हैं | कुछ स्थानों पर वर्षा ओलावृष्टि एवं बज्रपात होने की संभावना है |परिवारों में अकारण तनाव की मात्रा बढ़नी प्रारंभ होगी |राजनैतिक दलों में पारस्परिक आरोपों प्रत्यारोपों के दुखद दृश्य देखने को मिल सकते हैं | समाज में आंदोलन की प्रवृत्ति पनपेगी | छोटी छोटी बातों को लेकर तनाव बढ़ेगा | समाज में वैमनस्य फैलाने के राजनैतिक प्रयास होंगे |
14 मार्च को वातावरण में वायुप्रदूषण का स्तर काफी अधिक बढ़ जाएगा | नदियों तालाबों का जल प्राकृतिक प्रदूषण से प्रदूषित होगा | लोगों के पारिवारिक एवं सामाजिक संबंधों में अचानक तनाव बढ़ना प्रारंभ हो सकता है| शुगर रोगियों को विशेष सावधान रहना चाहिए इन दिनों में शुगर की मात्रा अपेक्षा कृत अधिक हो सकती है| समाज में तनाव का वातावरण कहीं कहीं विशेष हिंसक हो सकता है |आँधी तूफ़ान ओलावृष्टि एवं बज्रपात जैसे उपद्रव घटित हो सकते हैं | इन दिनों में चक्रवातों का निर्माण हो सकता है |
15 मार्च को धूप तेज रहेगी | तापमान कुछ बढ़ जाएगा ! वायुमंडल में ज्वलनशीलता की मात्रा अचानक बढ़ जाने के कारण इस दिन आग लगने की संभावना अन्य दिनों की अपेक्षा काफी अधिक रहेगी | वायु मंडल से लेकर नदियों तालाबों के जल प्राकृतिक रूप से उष्ण होकर स्वतः प्रदूषण मुक्त होने लगेंगे |
16 मार्च को हवाओं का वेग बढ़ने से तापमान नियंत्रित होना प्रारंभ होगा | कहीं कहीं बादलों की उपस्थिति बढ़ सकती है | वायुमंडल में व्याप्त प्रदूषण आंशिक रूप से कम होगा|नदियों तालाबों के जल भी स्वतः स्वच्छ होने लगेंगे| कहीं कहीं वर्षा हो सकती है |
17 और 18 मार्च को वर्षा होने की संभावना अधिक है |विशेषकर भारत के जम्मू कश्मीर लेह लद्दाख उत्तराखंड हिमाचल दिल्ली हरियाणा पंजाब उत्तरी राजस्थान उत्तर प्रदेश बिहार आदि में वर्षा हो सकती है | समाज में व्याप्त उन्माद की भावना कुछ कम होगी | लोगों में सहन करने की भावना स्वतः बढ़ने लगेगी |
19 मार्च को उत्तर प्रदेश बिहार झारखंड असम मेघालय मणिपुर सिक्किम आदि प्रदेशों में सामान्य वर्षा होने की संभावना है | जम्मू कश्मीर लेह लद्दाख उत्तराखंड हिमाचल आदि में भी वर्षा हो सकती है |इन दिनों में तापमान एवं वायु प्रदूषण की मात्रा कुछ कम रहेगी |पूर्वोत्तर भारत में वर्षा होने की विशेष संभावना है |
20 और 21मार्च को कुछ जगहों पर बादलों की उपस्थिति रह सकती है ! तापमान अन्य दिनों की अपेक्षा कुछ कम होगा |कहीं कहीं सामान्य वर्षा हो सकती है|हवाओं की गति अधिक होगी | समाज में सद्भावना बढ़नी प्रारंभ होगी | विवादित मुद्दों का हल निकालने के लिए यह उत्तम समय है |
22 और 23 मार्च को धूप तेज होगी इसलिए तापमान कुछ बढ़ेगा !गर्मी की मात्रा बढ़ेगी |आग लग जाने की दुर्घटनाएँ अधिक घटित हो सकती हैं |अग्नि संबंधित कार्य करने में विशेष सावधानी बरती जानी चाहिए | हवाओं का वेग कुछ बढ़ेगा !
24 और 25 मार्च को समुद्रों का जल आंदोलित होने से प्रकृति में हलचल बढ़ेगी ! कुछ क्षेत्रों में आँधी तूफ़ान जैसी घटनाएँ घटित हो सकती हैं|पश्चिम बंगाल झारखंड,छत्तीसगढ़,उड़ीसा तेलंगाना आंध्रप्रदेश,तमिलनाडु जैसे प्रदेशों में तेज हवाओं के साथ वर्षा होने की संभावना है | इन दिनों में सामाजिक पारिवारिक आदि तनाव बढ़ते देखा जा सकता है |
26 और 27 मार्च को उड़ीसा,गुजरात, महाराष्ट्र ,आंध्रप्रदेश, तमलनाडु,केरल, कर्नाटक जैसे प्रदेशों में तेज हवाओं के साथ अधिक वर्षा हो सकती है | इन्हीं दिनों में समुद्री भागों में कुछ बड़े चक्रवातों का निर्माण हो सकता है |,इन दिनों में वायु प्रदूषण का स्तर काफी अधिक बढ़ सकता है |लोगों के मन में अकारण एक दूसरे के प्रति तीव्र विद्वेष की भावना पनपेगी |इससे समाज में उत्तेजना बढ़ेगी |
28 मार्च को धूप तेज रहेगी | तापमान कुछ बढ़ जाएगा ! वायुमंडल में ज्वलनशीलता की मात्रा अचानक बढ़ जाने के कारण इस दिन आग लगने की संभावना अन्य दिनों की अपेक्षा काफी अधिक रहेगी | हवा की गति अधिक रहेगी | तेज हवाएँ चलेंगी | वायु मंडल से लेकर नदियों तालाबों के जल प्राकृतिक रूप से उष्ण होकर स्वतः प्रदूषण मुक्त होने लगेंगे |
29 और 30 मार्च को हरियाणा पंजाब उत्तरी राजस्थान दिल्ली उत्तरप्रदेश बिहार आदि में कहीं कहीं वर्षा हो सकती है | हवाओं का वेग बढ़ने से नमी की मात्रा बढ़ेगी | वायु प्रदूषण में कुछ कमी होगी | समाज में व्याप्त तनाव भी कुछ कम होना प्रारंभ होगा |
31 मार्च को हवाओं का वेग बढ़ने से नमी की मात्रा बढ़ेगी | कहीं कहीं बादलों की उपस्थिति बढ़ सकती है | पूर्वोत्तर भारत में वर्षा होने की संभावना है | तनाव मुक्त वातावरण बनना प्रारंभ होगा |
उत्पात का समय :
11 से 14 मार्च के बीच ,तथा 23से 27 मार्च के बीच आकाश से पाताल तक संपूर्ण प्रकृति में बेचैनी बढ़ेगी | इसीलिए इन दिनों में भूकंप ,सुनामी बज्रपात एवं विमान दुर्घटना जैसे हिंसक हादसे घटित हो सकते हैं |इन दिनों में तेज तूफ़ान चक्रवात आदि का निर्माण हो सकता है | समय के दुष्प्रभाव से अकारण वाहनों का टकरा जाना,बसों का खाई में गिरजाना,दंगा फैलना,सरकारों एवं शासन के बिरुद्ध आंदोलन, देशों की सीमाओं पर संघर्ष गोलीबारी तथा बम विस्फोट आदि हिंसक आतंकवादी घटनाओं के घटित होने की संभावना इस समय में अन्य समय की अपेक्षा अधिक रहती है |यहाँ तक कि सभी जीवों में मानसिक बेचैनी बढ़ने के कारण जीव अधिक हिंसक एवं आक्रमक हो सकते हैं |10 से 15 मार्च के बीच लोगों के चिंतन में तनाव हिंसा उन्माद की मात्रा अन्य समय की अपेक्षा अधिक बढ़ जाएगी !इसलिए परिवारों, जातियों, संप्रदाओं, समुदायों तथा देशों में आपसी तनाव बढ़ सकता है |अतएव इन दिनों में विशेष सावधानी बरती जानी चाहिए !