विवाह करने से ज्यादा कठिन है उसे निभाना !इसकेलिए अवश्यपढ़ना चाहिए ‘विवाहविज्ञान’ !

    जिस लड़की या लड़के के साथ जो विवाह किया जा रहा है वो चलेगा कितने दिन !प्रेम प्रसन्नता उत्साह पूर्वक उन दोनों के द्वारा कितने समय तक निभाया जा सकेगा !इसका पूर्वानुमान भी तो लगाया जाना चाहिए !
     सरकार ने तो मौसमसंबंधी पूर्वानुमान करने के लिए एक मंत्रालय बना रखा है वैवाहिकजीवन संबंधी पूर्वानुमान के लिए कुछ नहीं !आखिर क्यों ?वैवाहिक जीवन की इतनी उपेक्षा क्यों ?क्या ये जरूरी नहीं होना चाहिए !आखिर जीवन बचेगा तो मौसम की आवश्यकता होगी यदि जीवन ही नहीं बचेगा तो मौसम पूर्वानुमान लगाने से भी उसका क्या लाभ !सरकार कितना भी विकास कर ले!विज्ञान कितनी भी तरक्की कर ले जीवन बचेगा तभी उसका सदुपयोग होगा !जीवन ही नहीं बचेगा तो क्या कर लेगा विकास और विज्ञान !   

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