मौसमपूर्वानुमान :जनवरी2021

 वर्षा पूर्वानुमान : भारत समेत संपूर्ण विश्व में इस वर्ष जनवरी के महीने में वर्षा की संभावना अधिक है !जनवरी का महीना जैसे जैसे बीतता जाएगा वैसे वैसे वर्षा का वेग बढ़ता जाएगा |12 जनवरी से अधिक वर्षा होना प्रारंभ होगा जो 31 जनवरी तक क्रमशः बढ़ता जाएगा यद्यपि बीच के कुछ दिनों में वर्षा की मात्रा कम भी रहेगी फिर भी अपेक्षाकृत अधिक होगी |विशेषकर 27 से 31 जनवरी तक भारत समेत अधिकाँश विश्व के देशों प्रदेशों में वर्षा का वेग काफी अधिक होगा |
 1 जनवरी को आकाश में बादलों की आवाजाही देखने को मिलेगी |
 2  और 3 जनवरी को भारत समेत विश्व के अधिकाँश भागों में मध्यम वर्षा होने की संभावना है |विशेषकर भारत के

पूर्वोत्तर प्रदेशों में वर्षा की अधिकता रहेगी |
 4 और 5 जनवरी को कई देशों प्रदेशों में सामान्य वर्षा हो सकती है | भारत के दिल्ली  उत्तर प्रदेश बिहार झारखण्ड मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ आदि में सामान्य वर्षा की संभावना है |
  6 और 8 जनवरी को कुछ स्थानों पर सामान्य तथा कुछ देशों प्रदेशों में मध्यम वर्षा हो सकती है |
 7 जनवरी को वर्षा की संभावना  नहीं है तापमान भी अन्य दिनों की अपेक्षा कुछ बढ़ा रहेगा |
9 और 10 जनवरी को मौसम प्रायः साफ रहेगा |सामान्य रूप से वर्षा की संभावना अत्यंत कम है वायु का वेग अधिक रह सकता है !केवल समुद्र के किनारे वाले देशों प्रदेशों में चक्रवाती वर्षा ,तूफ़ान, भूकंप बज्रपात आदि की घटनाएँ घटित हो सकती हैं ! भारत के उत्तरी प्रदेशों में  वर्षा एवं बर्फबारी जैसी घटनाएँ घटित होते देखी जा सकती हैं |इन्हीं दिनों में समाज में तनाव उपद्रव जनांदोलन आतंकी घटनाएँ घटित हो सकती हैं | वायु प्रदूषण की अधिकता रहेगी |
  11जनवरी को वर्षा की संभावना नहीं है तापमान बढ़ने से सर्दी का अनुभव कुछ कम होगा |
 12 और 13 जनवरी को विश्व के अधिकाँश भागों में वर्षा की संभावना अधिक है अच्छी वर्षा होगी !विशेषकर भारत के पूर्वोत्तर भाग में विशेष वर्षा हो सकती है  |
विशेषबात ! 14 से 31 जनवरी तक क्रमशः विश्व के अधिकाँश देशों प्रदेशों में वर्षा की संभावना सामान्य से अधिक है जो कृषि कार्यों की दृष्टि से फसलों के लिए हानिकर हो सकती है !इसमें भी 27से 31 जनवरी तक विश्व के अधिकाँश भूभाग में वर्षा की मात्रा वर्षा ऋतु की तरह ही विशेष अधिक होगी ! कुछ देशों में वर्षा की मात्रा इतनी अधिक होगी कि बाढ़ जैसे हालात पैदा हो सकते हैं | आँधी तूफ़ान बज्रपात के साथ साथ हिंसकवर्षा होने के कारण जनधन की हानि की संभावना अधिक है |
    14 और 15 जनवरी को भारत समेत प्रायः सभी देशों में कृषि कार्यों के लिए हितकारी वर्षा होगी किंतु वर्षा की मात्रा कुछ अधिक रहेगी |विशेष कर भारत के जम्मू कश्मीर  हिमाचल उत्तराखंड दिल्ली हरियाणा पंजाब राजस्थान मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश आदि में वर्षा अधिक होगी |
  16 और 17 जनवरी को मध्यम वर्षा हो सकती है बादलों की आवाजाही लगी रहेगी |
  18 और 19 जनवरी को सामान्यवर्षा  की संभावना है |
20 जनवरी को  वर्षा की संभावना अत्यंत कम है |
 21 से 24 जनवरी तक कुछ क्षेत्रों में सामान्य  वर्षा हो सकती है !केवल समुद्र के किनारे वाले देशों प्रदेशों में चक्रवाती वर्षा ,तूफ़ान, भूकंप बज्रपात आदि की घटनाएँ घटित हो सकती हैं ! समाज में तनाव उपद्रव जनांदोलन आतंकी घटनाएँ घटित हो सकती हैं |अधिकाँश देशों प्रदेशों में वर्षा की संभावना अन्य दिनों की अपेक्षा काफी कम है |
   25  जनवरी को सामान्य बादल एवं कुछ क्षेत्रों में बूँदा बाँदी की घटनाएँ देखने को मिल सकती हैं !सामान्य रूप से आसमान साफ रहेगा और तापमान कुछ बढ़ा रह सकता है |
   26 , 27 को विशेष वर्षा की संभावना है !यह वर्षा भारत समेत विश्व  के अधिकाँश देशों  प्रदेशों में होगी|
28,29,30 और 31 जनवरी को  काफी अधिक वर्षा की संभावना है पूर्वोत्तर भारत समेत विश्व के कुछ देशों प्रदेशों में बाढ़ जैसी  स्थितियाँ पैदा हो सकती हैं | इन्हीं दिनों में बज्रपात आँधी तूफ़ान एवं ओले गिरने जैसी घटनाएँ घटित होने की संभावना  है |
 चक्रवातीवर्षा पूर्वानुमान :  जनवरी महीने के पूर्वार्ध में हवाओं का वेग सामान्य रहेगा किंतु 18 से 31 जनवरी तक कुछ देशों प्रदेशों में आँधी तूफ़ान अग्नि प्रकोप जैसे  हिंसक तांडव  देखने को मिल सकते हैं ! 7 से 11 जनवरी एवं 21 से 24 जनवरी के बीच के दिनों में में भारत समेत विश्व के कुछ देशों प्रदेशों में तेज आँधी तूफान के साथ वर्षा होने की घटनाएँ घटित हो सकती हैं | इन्हीं तारीखों में समुद्र के किनारे के कुछ देशों  प्रदेशों में चक्रवाती तूफानों से हिंसक घटनाएँ घटित होने  की संभावना है | इन तारीखों में विश्व के अधिकाँश भागों में सामान्य एवं सहज वर्षा की संभावना अत्यंत कम है |
सर्दी  बढ़ने का पूर्वानुमान : 3 से 8 जनवरी तक  सर्दी अधिक होगी |  15 से 31 जनवरी तक पाला गिरने की संभावना है  इसलिए इन दिनों में सर्दी की मात्रा विशेष अधिक बढ़ जाएगी |इसमें भी 14 से 22 जनवरी तथा 27 से 31 जनवरी तक सर्दी की मात्रा बहुत अधिक बढ़ जाएगी इन तारीखों में तापमान काफी अधिक गिर जाएगा | इन चार दिनों में इस वर्ष की सर्दी अपने शिखर पर होगी !विशेष कर इन्हीं दिनों में  पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी जैसी घटनाएँ घटित होते देखी जाएँगी |
 वायुप्रदूषण बढ़ने का पूर्वानुमान: 9 से 11 जनवरी  एवं 22 से 25 जनवरी में अन्य समय की अपेक्षा  वायु प्रदूषण अधिक बढ़ जाएगा इन दिनों में भी कुछ क्षेत्रों में हवाओं का वेग अधिक रहने एवं वर्षा हो जाने के कारण वायु प्रदूषण विशेष अधिक प्रभावी नहीं होगा | सामान्य रूप से यह समय वायु प्रदूषण बढ़ने का है |
 आग लगने के बिषय में पूर्वानुमान:    इस वर्ष जनवरी के महीने में 2 से 14 तारीखों के बीच आग लगने की घटनाएँ घटित होने की संभावना अधिक है | उसमें भी 7 और 11 जनवरी में बिशेष अधिक सावधानी  बरती जानी चाहिए |20 से 25 जनवरी भी अग्नि प्रकोप की दृष्टि से विशेष सावधान रहने की है | इन दिनों में वातावरण में ज्वलनशील गैसों की अधिकता अन्य दिनों की अपेक्षाअधिक रहेगी !इसलिए आग से संबंधित उद्योगों ,बिजली से संबंधित कार्यों ,रसोई घरों, होटलों, ढाबों आदि जिन कार्यों से आग लगने की संभावनाएँ अधिक बनी रहती हैं उनमें विशेष अधिक सतर्कता बरती जानी चाहिए |
  उत्पात का समय :   जनवरी महीने की 6 से 10 तारीखों में एवं 20 से 24 तारीखों में संपूर्ण प्रकृति में बेचैनी बढ़ने के कारण पृथ्वी की गहराई से लेकर आकाश की ऊँचाई तक इसका दुष्प्रभाव पड़ेगा | भूकंप ,बज्रपात एवं विमान दुर्घटना जैसे हिंसक हादसे  हो सकते हैं |समय के प्रभाव से अकारण वाहनों का टकरा जाना,बसों का खाई में गिरजाना,दंगा फैलना,सरकारों एवं शासन के बिरुद्ध आंदोलन, देशों की  सीमाओं पर संघर्ष गोलीबारी तथा बमविस्फोट आदि हिंसक आतंकवादी घटनाओं के घटित होने की संभावना इस समय में अन्य समय के अपेक्षा अधिक रहती है |जीवों में मानसिक बेचैनी बढ़ने के कारण जीव अधिक हिंसक एवं आक्रमक हो सकते हैं |लोगों के चिंतन में उन्माद की मात्रा  अन्य समय की अपेक्षा अधिक बढ़  जाने से परिवारों, जातियों, संप्रदाओं, समुदायों, देशों में तनाव बढ़ सकता है | इसमें भी 6 से 11 जनवरी तक विशेष सावधानी बरती जानी चाहिए | ऐसे समय में जिन्हें पहले से कोई तनाव चला आ रहा होगा उन्हें इस समय में अधिक परेशानी होगी | जिनके साथ ऐसा नहीं है इस समय में बेचैनी उनकी भी बढ़ेगी किंतु उन्हें अधिक परेशानी का अनुभव नहीं होगा |     

Loading