पूर्वानुमान पता लगाने के लिए क्रांतिकारी पहल !
यदि मौसम से संबंधित पूर्वानुमान आवश्यक है तो जीवन से संबंधित पूर्वानुमान जानना भी तो आवश्यक है आधुनिक वैज्ञानिकों ने उसके विषय में क्यों नहीं सोचा ? सच्चाई ये है कि शरीर अस्वस्थ एवं मन परेशान है तो सबसे पहले यह जानने की इच्छा होती है कि हमारा शरीर कब स्वस्थ होगा और चिंताएँ कब दूर होंगी ? पहले अपना स्वास्थ्य अपना मन उसके बाद में मौसम !शरीर स्वस्थ एवं मन प्रसन्न है तभी तो सब कुछ अच्छा लगता है !शरीर ही न रहे या परेशान रहे तो मौसम संबंधी पूर्वानुमानों का क्या किया जाएगा?इसलिए सबसे पहले अपने जीवन से संबंधित घटनाओं के पूर्वानुमान का पता लगाना चाहिए औरबाद में वर्षा बाढ़ आँधी तूफान से संबंधित पूर्वानुमानों का !
मौसम के संबंध में पूर्वानुमान की परिकल्पना है तो जीवन के संबंध में क्यों नहीं ?जीवन क्या मौसम से कम मूल्यवान है !जब जीवन ही नहीं रहेगा तब मौसम कैसा भी हो उससे क्या लेना देना !इसलिए मौसम के साथ साथ जीवन से संबंधित संभावित प्रत्येक घटना का भी पूर्वानुमान खोजा जाना चाहिए ये मनुष्य का अधिकार है ताकि वो जीवन से संबंधित किसी भी क्षेत्र में संभावनाओं का लाभ जितना अधिक से अधिक ले सकता हो उसमें कोई कोर कसर छूटे नहीं !कोई व्यक्ति अपनी शिक्षा गुणों आदि का उपयोग करते हुए उसका पूर्ण लाभ ले सके !इसलिए पूर्वानुमान जीवन के क्षेत्र में भी परम आवश्यक हैं !
वर्षा-बाढ़,आँधी-तूफान आदि कब होगा हमारे लिए जितना जरूरी यह जानना है उससे कम जरूरी नहीं हैं हमारे लिए जीवन से संबंधित घटनाओं के पूर्वानुमान ! जीवन के जिस क्षेत्र में जो जैसा जितना कुछ पाने की चाह में प्रयास कर रहा होता है निरंतर प्रयासों के बाद भी वो उसमें से क्या कितना हासिल कर पाएगा नहीं कर पाएगा !या सारा जीवन उसी में घुट घुट कर उसे मरना होगा !ऐसी परिस्थिति उसके सामने इसीलिए घटित होती है क्योंकि उसे जीवन से संबंधित पूर्वानुमान पता नहीं होते हैं चाहे अनचाहे उनके जीवन में ऐसी अप्रिय घटनाएँ घटित होती चली जाती हैं उसके पास सहने के अलावा और कोई दूसरे विकल्प नहीं होते हैं !
पूर्वानुमान शब्द से हम सभी परिचित हैं किसी भी घटना के घटित होने से पहले ही यदि उस घटना के विषय में पूर्वानुमान लगाकर भविष्यवाणी कर दी जाए और वो सच निकल जाए तो ये उसका सटीक पूर्वानुमान है! पूर्वानुमान लग जाने से अच्छी घटनाओं का लाभ लेने के अधिक से अधिक प्रयास कर लिए जाते हैं जिससे लाभ की मात्रा प्रयास पूर्वक बढ़ा ली जाती है ठीक इसी प्रकार से हानिकर संभावना वाले प्रकरणों में अपने बचाव के लिए अधिक से अधिक प्रयास कर लिए जाते हैं!जिनमें कुछ प्रतिशत तक बचाव हो भी जाता है !कोई घटना घटने से रोकी तो नहीं जा सकती है किंतु उससे बचाव का प्रयास अवश्य कर लिया जाता है !इसप्रकार से पूर्वानुमानों का हमारे जीवन में बहुत बड़ा योगदान है इसीलिए हमारे लिए ये बहुत आवश्यक भी हैं !
सूखा-वर्षा-बाढ़,आँधी-तूफान आदि घटनाएँ मानव जीवन को बहुत प्रभावित करती हैं ऐसी घटनाओं से काफी नफा नुकसान होते देखा जाता है !इसलिए मनुष्य स्वभाव से ही हानि की आशंका से हमेंशा आशंकित रहता है और लाभ के प्रति हमेंशा आशान्वित रहता है!इसलिए उसे किसी भी विषय से संबंधित पूर्वानुमान जानने की जिज्ञासा हमेंशा बनी रहती है !
मनुष्य की प्रकृति से संबंधित चिंताएँ –
कब सूखा पड़ेगा ?कब पानी बरसेगा या बाढ़ आएगी ? कब आँधी तूफान आएगा ? इस प्रकार की प्राकृतिक घटनाओं का पूर्वानुमान जानना हमारे लिए महत्त्वपूर्ण होता है क्योंकि ऐसी प्राकृतिक घटनाएँ हमारे जीवन को प्रभावित करती हैं !
हमारे लिए जितना जरूरी प्रकृति से संबंधित पूर्वानुमान विषय में यह सब जानना है उससे कम जरूरी जीवन से संबंधित चिंताएँ भी नहीं हैं उनके विषय में भी पूर्वानुमान लगाना हमारे लिए बहुत आवश्यक है !
मनुष्य की जीवन से संबंधित चिंताएँ –
ये ऐसी चिंताएँ हैं जिससे प्रत्येक व्यक्ति को किसी न किसी रूप में जूझना पड़ता है !ऐसी आशंकाओं से अधिकाँश लोग पीड़ित हैं उन्हें लगता है कि उनकी बातों के विषय में भी उन्हें पूर्वानुमान उपलब्ध कराया जाए !उनकी यही पूर्वानुमान जानने की व्याकुलता उन्हें बेचैन किए रहती है!किंतु जीवन से संबंधित क्षेत्र में पूर्वानुमान लगाने की कोई उचित व्यवस्था न होने के कारण हैरान परेशान लोग बाबाओं,तांत्रिकों एवं मुल्ला मौलवियों के द्वारा फैलाए जा रहे अंधविश्वास में फँसा लिए जाते हैं !
– स्त्री पुरुषों के मन में अक्सर कौंधते रहने वाले सवाल-
1. हमारा स्वास्थ्य कब तक ठीक रहेगा ?
2.हमें जो रोग है वह कब ठीक होगा ?
इसी प्रकार से –
1. हमारा मानसिक स्वास्थ्य कब तक ठीक रहेगा ?
2.हमें जो तनाव है वह कब ठीक होगा ?
इसी प्रकार से –
1.हमारी शिक्षा कैसी रहेगी ?
2.शिक्षा के लिए कौन कौन वर्ष अच्छे या बुरे होंगे ?
3.हमारे लिए किस वर्ष में किस विषय को पढ़ना ठीक रहेगा ?
4.किस विषय को पढ़कर हमें आजीविका प्राप्त हो सकती है ?
इसी प्रकार से –
1.हमारा विवाह कब होगा ?
2.हमारा विवाह यदि इस लड़की या लड़के के साथ होगा तो कब तक शांति पूर्ण निर्वाह होगा ?तनाव किस किस वर्ष होगा और कितने समय के लिए होगा ?किस पक्ष से होगा ?
3.हमारी पत्नी या पति हमारे साथ जो कलह करते हैं वो कब तक चलेगा ?
इसी प्रकार से –
1.इस लड़के और इस लड़की का विवाह कर दिया जाए तो इन्हें संतान होने की संभावना किस वर्ष होगी ?
2.संतान पाने के लिए ये पति पत्नी जो चिकित्सा ले रहे हैं उससे लाभ कब तक होगा ?
इसी प्रकार से –
1.हमें व्यापार में लाभ होगा या नौकरी में ?
2. हमें जीवन के किस वर्ष में व्यापार से लाभ होगा ?
3.जो काम हम करना चाह रहे हैं या कर रहे हैं क्या उससे लाभ होगा ?
4.जिस साझेदार के साथ हम काम कर रहे हैं या करना चाह रहे हैं क्या उसके साथ लाभ होगा ?
नौकरी में सीनियर से परेशानी कब तक चलेगी ?
इसी प्रकार से –
1.यह घर हमारे लिए सुख शांतिप्रद रहेगा क्या ?
2. जिस घर में हम रह रहे हैं वहाँ स्वास्थ्य एवं सुख शांति का वातावरण कब बनेगा ?
इसी प्रकार से –
हम जिस परिवार ,संस्था,संगठन,कंपनी आदि में जिन जिन लोगों के साथ रह रहे हैं उनमें से किस स्त्री या पुरुष सदस्य के साथ संबंध अच्छे रखने के लिए कैसा वर्ताव करना होगा ?जिसके जिससे साथ संबंध बिगड़ चुके हैं उन्हें सुधारने के लिए किसे किस प्रकार का कितना सुधार करना होगा ?
इसी प्रकार से –
1. हम राजनैतिक क्षेत्र में सफल हो सकेंगे क्या ?
2.हमें राजनीति में किस वर्ष में सफलता मिलेगी ?
3.हमें किस नाम के राजनैतिक दल में सफलता मिल सकती है ?
4.किस नेता का मन जीतने के लिए उसके साथ हमें कैसा व्यवहार करना ठीक रहेगा ?
5.राजनीति में हमारे चारों ओर जितने भी लोग हैं उनमें कितना विश्वास करना चाहिए ?
इस प्रकार की और भी बहुत सारी दुविधाएँ जीवन में आती हैं जिस जगह व्यक्ति को ये समझ में नहीं आता है कि वो इधर जाए या उधर !कई बार तो उसे एक तरफ कुआँ तो दूसरी तरफ खाई दिखाई पड़ती है ऐसी दुविधापूर्ण परिस्थिति में उसे ये समझ में नहीं आता है कि वो कौन सा रास्ता चुने !किधर जाए किधर न जाए ! ऐसे समय में बढ़ते तनाव को रोकने के लिए एक ही विकल्प होता है कि वो संभावित मार्गों का पूर्वानुमान पता लगाए और जिधर अधिक सुरक्षित और सुविधापूर्ण आशा दिखाई पड़े वो उधर ही जाए ! इसके लिए सबसे उपयुक्त सही सटीक सुरक्षित और सहज रास्ता है ” Forecasting All – Nature And Life “
आधुनिक विज्ञान के क्षेत्र में पूर्वानुमान लगाने का कोई आधार ही नहीं है यही कारण है कि मौसम पूर्वानुमान विभाग अभी तक मौसम पूर्वानुमान लगा पाने में सफल नहीं हो पाया है जो वो लगता भी है उसमें से आधे से अधिक तो गलत निकल जाते हैं !ऐसी परिस्थिति में जीवनसंबंधी घटनाओं के पूर्वानुमान के लिए आधुनिक विज्ञान से कोई आशा नहीं की जानी चाहिए!चूँकि ये उनके बैश नहीं है इसलिए वे जीवन से संबंधित पूर्वानुमान के प्रयासों कोअंधविश्वास बताया करते हैं जो सच नहीं है अपितु सच यही है कि पूर्वानुमान जानने के लिए आधुनिक विज्ञान के पास कोई विकल्प ही नहीं हैं !
आधुनिक मौसम विज्ञान के क्षेत्र में पूर्वानुमान के लिए कोई उपयुक्त विधा है ही नहीं इसीलिए वर्षा बाढ़ आँधी तूफ़ान आदि के विषय में उनके द्वारा लगाए गए पूर्वानुमान प्रायः गलत ही होते हैं !क्योंकि उनके पास इसके लिए कोई उचित आधार नहीं है !यही कारण है कि जब वो लोग मौसम से संबंधित पूर्वानुमान ही सही बता पाने में अभी तक असमर्थ हैं तो वो जीवन से संबंधित पूर्वानुमान लगाने की हिम्मत ही नहीं जुटा सके !वैसे भी प्रकृति से संबंधित पूर्वानुमान वे कितने भी झूठ बताया करते हैं लोग उतना ध्यान नहीं देते हैं !लंबे समय तक पूर्वानुमान लगातार गलत निकलते रहने के कारण किसानों का भारी नुक्सान होता रहा किसान आत्महत्या करते चले जा रहे थे !इसलिए अब अधिकाँश लोगों ने मौसम विभाग की भविष्यवाणियों पर ध्यान देना ही छोड़ दिया है !किंतु इतना बढ़ा झूठ यदि मौसम वैज्ञानिक किसी व्यक्ति के व्यक्तिगत जीवन के संबंध में बोलेंगे तो वो कैसे सह पाएगा फिर इन्हें जवाब देना मुश्किल हो जाएगा इसलिए उन बेचारों ने पहले से ही हाथ खड़े कर रखे हैं कि जीवन के विषय में वे भविष्य वाणियाँ कर ही नहीं सकते हैं !
अब बात Forecasting All – Nature And Life की करें तो हमारे यहाँ प्रकृति से लेकर जीवन तक से संबंधित प्रत्येक क्षेत्र का पूर्वानुमान लगाया जाता है जो लगभग 70 प्रतिशत सही घटित होता ही है अधिक भी हो सकता है किंतु कम नहीं !वर्षा बाढ़ आँधी तूफ़ान वायुप्रदूषण आदि का पूर्वानुमान सफलता पूर्वक लगा लिया जाता है !भूकंप की पहेली सुलझाने में भी एक सीमा तक सफलता मिली है संभव है कुछ वर्षों में भूकंपों के पूर्वानुमान के विषय में भी कोई बड़ा रहस्य उद्घाटित हो !ऐसी आशा की जानी चाहिए !
इसी प्रकार से जीवन के प्रत्येक क्षेत्र से संबंधित पूर्वानुमान लगाने में भी हमें सफलता मिली है !जिससे बहुत लोग लाभान्वित भी हो रहे हैं !अपनी सभी प्रकार की आशंकाओं का समाधान ले रहे हैं !
समयविज्ञान के आधार पर मैथ के माध्यम से हम सूर्य चंद्र के विषय में गंभीर अनुसंधान कर रहे हैं !सूर्य चंद्र का प्रभाव जितना प्रकृति पर पड़ता है उतना ही जीवन पर पड़ता है इस विधा से किए जाने वाले पूर्वानुमान प्रकृति से लेकर जीवन तक सही एवं सटीक घटित होते हैं !