मौसम पूर्वानुमान : 1 से 7 जून 2023 तक (वैदिक)
1 जून को सामान्य रूप से बादलों को कहीं कहीं देखा जा सकेगा ! कहीं कहीं तेज हवाओं या हिंसक आँधी तूफानों के साथ वर्षा हो सकती है | लोगों में उन्माद की भावना पनपेगी | छोटी छोटी बातों को लेकर तनाव बढ़ेगा |चंद्र मंडल में धुँधलापन बढ़ जाने से कुछ दिनों तक चंद्र किरणें विषैली रहेंगी | इससे लगभग चार दिनों तक मानसिक बेचैनी बढ़ेगी | तनावग्रस्त लोगों के लिए यह समय विशेष निराशा का होगा | उनके द्वारा किए गए प्रयत्नों में निराशा मिलते दिखाई देगी |
2जून को बादलों की आवाजाही बनी रहेगी ,कहीं कहीं तेज हवाओं एवं हिंसक आँधी तूफानों के साथ वर्षा हो सकती है | वायु प्रदूषण बढ़ना शुरू होगा |इससे लोगों के मन में उन्माद की भावना पनपेगी | परिवारों में या समाज में अकारण तनाव बढ़ना शुरू होगा |समाज में वैमनस्य फैलाने के प्रयास होंगे |राजनैतिक दलों में पारस्परिक आरोपों प्रत्यारोपों के दुखद दृश्य दिखने शुरू हो सकते हैं | समाज में आंदोलन की प्रवृत्ति पनपेगी | ऐसा प्रभाव 3 दिनों तक समस्त वातावरण में रहेगा |3 जून से इससे कुछ दिनों तक आकाशीय वातावरण विक्षुब्ध रहेगा |अरब सागर की ओर से आने वाली प्रकुपित हवाओं के प्रभाव से कुछ स्थानों पर प्राकृतिक उपद्रव घटित हो सकते हैं |वो हवाएँ जब जहाँ पहुँचेंगी वहाँ आँधी तूफ़ानों की घटनाएँ घटित हो सकती हैं | इन्हीं दिनों में दक्षिणी प्रशांत सागर में तीव्र चक्रवात जैसी प्राकृतिक घटनाओं का निर्माण होना शुरू हो सकता है | जिससे उड़ीसा आंध्रप्रदेश तेलंगाना तमिलनाडु केरल कर्नाटक महाराष्ट्र जैसे प्रदेशों में तेज हवाओं के साथ वर्षा हो सकती है |लोगों में मानसिक तनाव विशेष बढ़ने की संभावना है | वातावरण में वायुप्रदूषण का स्तर काफी अधिक बढ़ जाएगा | नदियों तालाबों का जल प्राकृतिक प्रदूषण से प्रदूषित होगा |
4 जून को वैश्विक स्तर पर हवाओं का वेग काफी अधिक रहेगा | आँधी तूफ़ान एवं चक्रवात जैसी घटनाएँ घटित हो सकती हैं |वायुप्रदूषण का स्तर काफी अधिक बढ़ जाएगा | अगस्त्य तारे के प्रभाव विस्तार से प्राकृतिक एवं मनुष्यकृत उपद्रव अर्द्ध रात्रि के बाद धीरे धीरे कम होने प्रारंभ होंगे | नदियों तालाबों के जल में बढ़े हुए प्रदूषण पर अंकुश लगना प्रारंभ होगा | लोगों के पारिवारिक एवं सामाजिक संबंधों में बढे हुए तनाव को कम करने के प्रयत्न प्रारंभ किए जा सकते हैं |
5जून को धूप तेज रहेगी | तापमान कुछ बढ़ जाएगा ! इस दिन आग लगने की संभावना अन्य दिनों की अपेक्षा काफी अधिक रहेगी | थार की ओर से आने वाली गर्म मरुस्थलीय हवाएँ दो दिनों के लिए तापमान को बढ़ा सकती हैं एवं वायु मंडल को धूल धूसरित कर सकती हैं | नदियों तालाबों के जल प्राकृतिक रूप से उष्ण होकर स्वतः प्रदूषण मुक्त होने लगेंगे |चंद्र मंडल स्वच्छ होने लगेगा जिससे तनाव कम होना प्रारंभ होगा | शुक्र ग्रह से पृथ्वी की ओर आने वाली हवाएँ आज रात्रि तक पृथ्वी के आस पास पहुँच सकती हैं | उनसे आंदोलित हवाएँ इसी रात्रि से बादलों को लेकर आकाश मंडल में घूमते दिखाई पड़ेंगी इससे बादलों की आवाजाही अधिक बढ़ने लगेगी |
6जून की शुरुआत बादलों के साथ हो सकती है | वर्षा की संभावना है |हवाओं का वेग बढ़ने से तापमान नियंत्रित होना प्रारंभ होगा | वायुमंडल में व्याप्त प्रदूषण आंशिक रूप से कम होगा|नदियों तालाबों के जल भी स्वतः स्वच्छ होंगे |
7 जून को बुध गृह के प्रभाव से मेघालय अरुणाचल आदि पूर्वोत्तर प्रदेशों से वर्षा होना शुरू हो सकता है जिससे भारत के जम्मू कश्मीर लेह लद्दाख उत्तराखंड हिमाचल दिल्ली हरियाणा पूर्वी पंजाब उत्तरी राजस्थान उत्तर प्रदेश बिहार आदि में वर्षा हो सकती है | समाज में व्याप्त उन्माद की भावना कुछ कम होगी | लोगों में सहन करने की क्षमता स्वतः बढ़ने लगेगी |वायु प्रदूषण की मात्रा कुछ कम होगी |
विशेष बात : 1 से 7 जून तक प्रायः प्रतिदिन तेज आँधी तूफ़ान आने की संभावना है कभी कभी आँधी के साथ वर्षा एवं ओले भी गिर सकते हैं |जिसमे हिंसक बिजली गिरने की अधिक संभावना है | आकाश में धूल की अधिकता रहेगी | 3 से 7 जून तक सिक्किम असम बिहार आदि प्रदेशों में विशेष वर्षा हो सकती है |1 से 4 जून तक समुद्री क्षेत्र में चक्रवात का निर्माण हो सकता है | इन दिनों में आकाश से पाताल तक संपूर्ण प्रकृति में बेचैनी बढ़ेगी | इसीलिए इन दिनों में भूकंप ,सुनामी बज्रपात एवं विमान दुर्घटना जैसे हिंसक हादसे घटित हो सकते हैं | सभी जीवों में मानसिक बेचैनी बढ़ने के कारण जीव अधिक हिंसक एवं आक्रमक हो सकते हैं |लोगों के चिंतन में तनाव हिंसा उन्माद की मात्रा अन्य समय की अपेक्षा अधिक बढ़ जाएगी !इसलिए परिवारों, जातियों, संप्रदाओं, समुदायों तथा देशों में आपसी तनाव बढ़ सकता है |अतएव इन दिनों में विशेष सावधानी बरती जानी चाहिए !