मौसम पूर्वानुमान : 23 से 30 अप्रैल 2023 तक (वैदिक)

23 अप्रैल को उड़ीसा,गुजरात, महाराष्ट्र ,आंध्रप्रदेश, तमलनाडु,केरल, कर्नाटक जैसे प्रदेशों में तेज हवाओं के साथ अधिक  वर्षा हो सकती है | इन्हीं दिनों में समुद्री भागों में  कुछ बड़े चक्रवातों का निर्माण हो सकता है |,कहीं कहीं सामान्य वर्षा भी हो सकती है | इन दिनों में  वायु प्रदूषण का स्तर काफी अधिक बढ़ सकता है |लोगों के मन में अकारण एक दूसरे के प्रति तीव्र विद्वेष की भावना पनपेगी |इससे समाज में उत्तेजना बढ़ेगी |
24 अप्रैल को धूप तेज रहेगी | तापमान कुछ बढ़ जाएगा ! वायुमंडल में ज्वलनशीलता  की मात्रा अचानक बढ़ जाने के कारण इस दिन आग लगने की संभावना अन्य दिनों की अपेक्षा काफी अधिक रहेगी | हवा की गति अधिक रहेगी | तेज हवाएँ चलेंगी |  वायु मंडल से लेकर नदियों तालाबों के जल प्राकृतिक रूप से उष्ण होकर स्वतः प्रदूषण मुक्त होने लगेंगे |
25 और 26 अप्रैल को  हरियाणा पंजाब उत्तरी राजस्थान दिल्ली उत्तरप्रदेश बिहार आदि में कहीं कहीं सामान्य वर्षा हो सकती है | हवाओं का वेग बढ़ने से नमी की मात्रा बढ़ेगी | वायु प्रदूषण में कुछ कमी होगी |  समाज में व्याप्त तनाव भी कुछ कम होना प्रारंभ होगा |
 27 अप्रैल को हवाओं का वेग बढ़ने से नमी की मात्रा बढ़ेगी | कहीं कहीं बादलों की उपस्थिति बढ़ सकती है | पूर्वोत्तर भारत में वर्षा होने की संभावना है | तनाव मुक्त वातावरण बनना प्रारंभ होगा |
 28 अप्रैल को पहाड़ी क्षेत्रों में कहीं कहीं वर्षा हो सकती है | हवाओं का वेग बढ़ने से नमी की मात्रा बढ़ेगी | कहीं कहीं बादलों की उपस्थिति बढ़ सकती है | पूर्वोत्तर भारत में वर्षा होने की संभावना है |
  29 और 30 अप्रैल को विश्व के अनेकों देशों प्रदेशों में अधिक वर्षा हो सकती है |इससे तापमान कुछ कम होगा |सामाजिक तनाव घटेगा | राजनैतिक विद्वेष कम होगा |इन दिनों में विवादित मुद्दे निपटा लेने चाहिए | रक्तचाप एवं शुगर के रोगियों के लिए यह समय हितकर है | पारिवारिक कलह घटेगा |
30 अप्रैल को कुछ स्थानों पर सामान्य बादल देखे जा सकते हैं कुछ स्थानों पर  वर्षा की भी संभावना है | जिससे  समुद्री क्षेत्रों के वायु समूहों में हलचल पैदा होगी |
उत्पात का समय :
23 से 30 अप्रैल के बीच तेज हवाएँ चलेंगी !कुछ अन्य वर्षों की तुलना में इस वर्ष आँधी तूफानों की घटनाएँ काफी अधिक घटित होंगी |23  से 30 अप्रैल के बीच आकाश से पाताल तक संपूर्ण प्रकृति में बेचैनी बढ़ेगी | इसीलिए इन दिनों में भूकंप ,सुनामी बज्रपात एवं विमान दुर्घटना जैसे हिंसक हादसे घटित  हो सकते हैं |इन दिनों में तेज तूफ़ान चक्रवात आदि का निर्माण हो सकता है | समय के दुष्प्रभाव से अकारण वाहनों का टकरा जाना,बसों का खाई में गिरजाना,दंगा फैलना,सरकारों एवं शासन के बिरुद्ध आंदोलन, देशों की  सीमाओं पर संघर्ष गोलीबारी तथा बम विस्फोट आदि हिंसक आतंकवादी घटनाओं के घटित होने की संभावना इस समय में अन्य समय की अपेक्षा अधिक रहती है |यहाँ तक कि सभी जीवों में मानसिक बेचैनी बढ़ने के कारण जीव अधिक हिंसक एवं आक्रमक हो सकते हैं |लोगों के चिंतन में तनाव हिंसा उन्माद की मात्रा  अन्य समय की अपेक्षा अधिक बढ़ जाएगी !इसलिए परिवारों, जातियों, संप्रदाओं, समुदायों तथा देशों में आपसी तनाव बढ़ सकता है |अतएव इन दिनों में विशेष सावधानी बरती जानी चाहिए !

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