मौसम पूर्वानुमान : फरवरी – 2023 (वैदिक)

1फरवरी को वायु की गति कुछ कम होगी ,अन्य दिनों की अपेक्षा सर्दी कुछ कम होगी | वायु प्रदूषण कम होना प्रारंभ होगा |धूप निकलेगी, समाज में व्याप्त उन्माद की भावना कमजोर होगी| पूर्वोत्तर प्रदेशों में बादलों की उपस्थिति बढ़ सकती है |
2 फरवरी को वातावरण में नमी की मात्रा बढ़नी प्रारंभ होगी |  वायु प्रदूषणघटेगा | सर्दी की मात्रा कुछ बढ़ेगी | समाज में व्याप्त उन्माद की भावना शांत होनी शुरू होगी |कुछ स्थानों पर सामान्य वर्षा होने की संभावना है |
3 और 4 फरवरी को  हरियाणा पंजाब उत्तरी राजस्थान दिल्ली उत्तरप्रदेश बिहार आदि में कहीं कहीं वर्षा हो सामान्य वर्षा हो सकती है |हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी होगी| हवाओं का वेग बढ़ने से नमी की मात्रा बढ़ेगी | वायु प्रदूषण में कुछ कमी होगी |  समाज में व्याप्त तनाव भी कुछ कम होना प्रारंभ होगा |पूर्वोत्तर भारत में वर्षा होने की संभावना अधिक है |
5 और 6 फरवरी को विश्व के अधिकाँश देशों प्रदेशों में अच्छी वर्षा हो सकती है | जिससे कृषि कार्यों में क़ाफी मदद मिलेगी |सर्दी की मात्रा विशेष रूप से बढ़नी प्रारंभ होगी |
7 और 8 फरवरी को हरियाणा पंजाब उत्तरी राजस्थान दिल्ली उत्तरप्रदेश बिहार आदि में मध्यम वर्षा तथा पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फ गिरने की संभावना है|हिमालयी हवाओं का वेग बढ़ने से नमी की मात्रा अधिक रहेगी | कोहरा की मात्रा बढ़ेगी | इन दिनों में सर्दी बढ़ जाएगी |
नोट 9 फरवरी से 18 फरवरी तक पूर्वोत्तर भारत में वर्षा होने की संभावना अधिक है !
9और 10 फरवरी को बादलों की उपस्थिति दिखाई देगी |कोहरा विशेष अधिक पड़ेगा कुछ स्थानों पर  अच्छी वर्षा हो सकती है ! तापमान कम रहने से सर्दी अधिक बढ़ जाएगी | वायु प्रदूषण का स्तर लगभग सामान्य रहेगा |


 11 फरवरी को प्रातःकाल तेज धूप निकलने की संभावना है |कहीं कहीं अल्प मात्रा में बादलों की उपस्थिति देखने को मिलेगी !सर्दी की मात्रा कुछ कम होगी ! वायु मंडल में ज्वलनशील अंश की अधिकता रहेगी जिससे कहीं कहीं आग लगने की घटनाएँ घटित हो सकती हैं |
नोट :12 फरवरी से सर्दी क्रमशः कम होनी प्रारंभ होगी |
12 फरवरी को समुद्री हवाएँ तेज चलेंगी | कुछ स्थानों पर प्राकृतिक उपद्रव घटित हो सकते हैं |कहीं कहीं आँधी तूफानों की घटनाएँ भी घटित होने की संभावना है | दक्षिण पूर्वी भारत में वर्षा के साथ साथ  परिवारों में अकारण तनाव की मात्रा बढ़नी प्रारंभ होगी | समाज में आंदोलन तथा तनाव जैसी घटनाऍं   घटित होनी शुरू होंगी | छोटी छोटी बातों के बड़े बड़े मुद्दे बनाकर समाज में वैमनस्य फैलाने के राजनैतिक प्रयास होंगे |
13 और 14 फरवरी को समुद्री क्षेत्रों में पृथ्वी के गर्भ से निकली हवाओं के वेग से चक्रवातों का निर्माण हो सकता है | दक्षिण पूर्वी समुद्री किनारों पर स्थित देशों प्रदेशों में आँधी तूफ़ान ओलावृष्टि अधिक वर्षा एवं बज्रपात होने की संभावना है |विशेषकर दक्षिण पश्चिमी भारत में मौसम का प्रकोप अधिक दिखाई देगा |
15 फरवरी को  दिल्ली समेत समस्त उत्तर भारत के वातावरण में वायुप्रदूषण का  स्तर काफी अधिक बढ़ जाएगा | बीते कुछ दशकों में वायु प्रदूषण इतना अधिक न बढ़ा हो जितना इस समय बढ़ा रहेगा | इन दिनों में नदियों का जल अधिक प्रदूषित हो जाएगा |दिल्ली में  जमुना जल अधिक प्रदूषित दिखाई पड़ेगा | लोगों के पारिवारिक एवं सामाजिक संबंधों में  अचानक तनाव बढ़ना प्रारंभ हो सकता है| शुगर रोगियों को विशेष  सावधान रहना चाहिए इन दिनों में  शुगर की मात्रा अपेक्षा कृत अधिक हो सकती है| समाज में तनाव का वातावरण कहीं कहीं विशेष हिंसक हो सकता है |केवल समुद्र के किनारे स्थित देशों प्रदेशों में आँधी तूफ़ान ओलावृष्टि जैसी घटनाएँ अधिक वर्षा एवं बज्रपात होने की संभावना है |इन दिनों में चक्रवातों का निर्माण हो सकता है |
नोट -16 से 28 फरवरी के बीच विभिन्न देशों प्रदेशों में आँधी तूफ़ान,ओले गिरने एवं बज्रपात जैसी घटनाएँ घटित होने की संभावना अधिक है |
 16 फरवरी को धूप तेज रहेगी | तापमान कुछ बढ़ जाएगा ! वायुमंडल में ज्वलनशीलता  की मात्रा अचानक बढ़ जाने के कारण इस दिन कहीं कहीं आग लगने की संभावना अन्य दिनों की अपेक्षा अधिक रहेगी |  वायु मंडल से लेकर नदियों तालाबों के जलों में  प्रदूषण की मात्रा बढ़ी रहेगी |
 17 फरवरी को पश्चिम की ओर से आने वाली गरम हवाओं की गति धीमी होगी एवं हिमालयी हवाओं का वेग बढ़ने से वातावरण में न केवल नमी की मात्रा बढ़ेगी अपितु कुछ देशों प्रदेशों में बादलों की उपस्थिति बढ़ सकती है | कहीं कहीं सामान्य वर्षा हो सकती है |वायुमंडल में व्याप्त प्रदूषण आंशिक रूप से कम होगा|नदियों तालाबों के जल स्वतः स्वच्छ होने लगेंगे| कहीं कहीं सामान्य वर्षा हो सकती है |
 18 और 19  फरवरी को अच्छी वर्षा होने की संभावना है |विशेषकर भारत के जम्मू कश्मीर लेह लद्दाख उत्तराखंड हिमाचल दिल्ली  हरियाणा पंजाब उत्तरी राजस्थान उत्तर प्रदेश बिहार आदि में वर्षा और बर्फबारी की संभावना अधिक है |पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी हो सकती है |
20 फरवरी को उत्तर प्रदेश बिहार झारखंड असम मेघालय मणिपुर सिक्किम आदि प्रदेशों में काफी अधिक वर्षा होने की संभावना है जिससे कई देश प्रदेश आदि वर्षा से प्रभावित होंगे| जम्मू कश्मीर लेह लद्दाख उत्तराखंड हिमाचल आदि में भी वर्षा हो सकती है |इन दिनों में तापमान एवं वायु प्रदूषण की मात्रा कुछ कम रहेगी |पूर्वोत्तर भारत में वर्षा होने की विशेष संभावना है |
21 और 22 फरवरी को अधिक जगहों पर बादलों की उपस्थिति रहेगी ! सर्दी अपेक्षाकृत कुछ बढ़ जाएगी | कुछ स्थानों पर  सामान्य वर्षा हो सकती है |प्रातःकाल कोहरा होने की संभावना है |
नोट :23से 28 फरवरी के बीच तापमान विशेष रूप  से बढ़ना प्रारंभ होगा | इससमय  कुछ देशों प्रदेशों में तापमान काफी  अधिक बढ़ जाएगा | संभव है कि अन्य वर्षों में ऐसा देखने को कम ही मिला हो |इस समय आग लगने की घटनाएँ भी अन्य समय की अपेक्षा अधिक घटित होंगी !
23 और 24 फरवरी को धूप तेज होगी इसलिए तापमान कुछ बढ़ेगा  तथा सर्दी की मात्रा अन्य समय की अपेक्षा कुछ कम रहेगी |कहीं आग लग जाने की दुर्घटनाएँ घटित हो सकती हैं | इस दिन वर्षा होने की संभावना  अत्यंत कम है | हवाओं का वेग कुछ बढ़ेगा !
25 और 26 फरवरी को समुद्रों का जल आंदोलित होने से प्रकृति में हलचल बढ़ेगी ! कुछ क्षेत्रों में आँधी तूफ़ान जैसी घटनाएँ घटित हो सकती हैं|!पश्चिम बंगाल झारखंड,छत्तीसगढ़,उड़ीसा तेलंगाना आंध्रप्रदेश,तमिलनाडु जैसे प्रदेशों में तेज हवाओं के साथ तेज वर्षा होने की संभावना है |  उत्तर भारत में कुछ स्थानों पर अल्पमात्रा में सामान्य वर्षा हो सकती है |
 27 फरवरी को उड़ीसा,गुजरात, महाराष्ट्र ,आंध्रप्रदेश, तमलनाडु,केरल, कर्नाटक जैसे प्रदेशों में तेज हवाओं के साथ अधिक  वर्षा हो सकती है | इन्हीं दिनों में समुद्री भागों में  कुछ बड़े चक्रवातों का निर्माण हो सकता है | हरियाणा दिल्ली राजस्थान उत्तर प्रदेश बिहार आदि प्रदेशों के आकाश में कहीं कहीं भूरे रंग के जल हीन  बादल दिखाई पड़ेंगे,इन दिनों में  वायु प्रदूषण का स्तर काफी अधिक बढ़ सकता है |इन दिनों में लोगों के मन में अकारण एक दूसरे के प्रति तीव्र विद्वेष की भावना पनपेगी |इससे समाज में उत्तेजना बढ़ेगी |
28फरवरी को वायु की गति कुछ कम होगी ,अन्य दिनों की अपेक्षा सर्दी कुछ कम होगी | वायु प्रदूषण अभी रहेगा | समाज में व्याप्त उन्माद की भावना कमजोर होगी|पूर्वोत्तर प्रदेशों में बादलों की उपस्थिति बढ़ सकती है |कहीं कहीं मध्यम वर्षा की संभावना है |

उत्पात का समय :
10 से 15 फरवरी के बीच ,तथा 23से 28 फरवरी के बीच आकाश से पाताल तक संपूर्ण प्रकृति में बेचैनी बढ़ेगी | इसीलिए इन दिनों में भूकंप ,सुनामी बज्रपात एवं विमान दुर्घटना जैसे हिंसक हादसे घटित  हो सकते हैं |इन दिनों में तेज तूफ़ान चक्रवात आदि का निर्माण हो सकता है | समय के दुष्प्रभाव से अकारण वाहनों का टकरा जाना,बसों का खाई में गिरजाना,दंगा फैलना,सरकारों एवं शासन के बिरुद्ध आंदोलन, देशों की  सीमाओं पर संघर्ष गोलीबारी तथा बम विस्फोट आदि हिंसक आतंकवादी घटनाओं के घटित होने की संभावना इस समय में अन्य समय की अपेक्षा अधिक रहती है |यहाँ तक कि सभी जीवों में मानसिक बेचैनी बढ़ने के कारण जीव अधिक हिंसक एवं आक्रमक हो सकते हैं |10 से 15 फरवरी के बीच लोगों के चिंतन में तनाव हिंसा उन्माद की मात्रा  अन्य समय की अपेक्षा अधिक बढ़ जाएगी !इसलिए परिवारों, जातियों, संप्रदाओं, समुदायों तथा देशों में आपसी तनाव बढ़ सकता है |अतएव इन दिनों में विशेष सावधानी बरती जानी चाहिए !

 

 

 

 

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