मौसम पूर्वानुमान : अक्टूबर – 2022 (वैदिक)
अक्टूबर महीने का संक्षिप्त मौसम पूर्वानुमान !
इस महीने में 1 से 31 अक्टूबर तक तापमान विशेष अधिक बढ़ा रहेगा |इसमें भी 13 से 24 अक्टूबर तक कुछ देशों प्रदेशों में तो काफी अधिक तापमान बढ़ सकता है जो अन्य वर्षों में नहीं देखा जाता रहा है |2,9,10,15,24,29 तारीखों में तापमान तो बढ़ा रहेगा ही इसके साथ ही साथ इन तारीखों में आग लगने की घटनाएँ घटित होते अधिक देखी जा सकेंगी |
इस महीने में प्रायः सामान्य एवं कहीं कहीं मध्यम वर्षा होने की संभावना है महीने के बहुत कम दिनों में ही अधिक वर्षा होते देखी जा सकेगी | 4 से 31 अक्टूबर तक दक्षिण भारत में कृषि के लिए हितकारी सामान्य वर्षा होने की संभावना अधिक है | जम्मू कश्मीर हिमाचल उत्तराखंड आदि में वर्षा की निरंतरता जारी रहेगी | गुजरात मध्यप्रदेश महाराष्ट्र आदि में कुछ दिनों में वर्षा की संभावना है |वायु प्रदूषण 11 अक्टूबर से बढ़ना प्रारंभ होगा 27 से 31 अक्टूबर के बीच में विशेष बढ़ा हुआ रहेगा |
अब विस्तार से –
1 अक्टूबर को वायुप्रदूषण का स्तर पहले की अपेक्षा बढ़ जाएगा | पारिवारिक एवं सामाजिक संबंधों में अचानक तनाव बढ़ना प्रारंभ हो सकता है |शुगर रोगियों को विशेष सावधान रहना चाहिए इन दिनों में शुगर की मात्रा अपेक्षा कृत अधिक हो सकती है| समाज में तनाव का वातावरण कहीं कहीं विशेष हिंसक हो सकता है ,मौसम सामान्य रहेगा अधिकाँश आकाशमण्डल में भूरे रंग के बादलों का जमावड़ा रहेगा केवल समुद्र के किनारे स्थित देशों प्रदेशों में आँधी तूफ़ान ओलावृष्टि अधिक वर्षा एवं बज्रपात होने की संभावना है |इन दिनों में चक्रवातों का निर्माण हो सकता है |विशेषकर दक्षिण पश्चिमी भारत में मौसम का प्रकोप अधिक दिखाई देगा |
2 अक्टूबर को अनेकों देशों प्रदेशों में बादलों की उपस्थिति रह सकती है फिर भी तेज धूप रहेगी | तापमान बढ़ जाएगा! वायु मंडल में ज्वलन शीलता की मात्रा अचानक बढ़ जाने के कारण इस दिन आग लगने की संभावना अन्य दिनों की अपेक्षा अधिक रहेगी | सूर्य की किरणें अधिक तीव्र होंगी | नदियों तालाबों में प्रदूषण की मात्रा कम होनी प्रारंभ होगी |इसी दिन सायंकाल में वर्षा का वातावरण बनता दिखाई देगा !
3 अक्टूबर को पश्चिम की ओर से आने वाली गरम हवाओं की गति धीमी होगी एवं हिमालयी हवाओं का वेग बढ़ने से वातावरण में न केवल नमी की मात्रा बढ़ेगी अपितु कुछ देशों प्रदेशों में बादलों की अधिक उपस्थिति के साथ साथ विशेष वर्षा होने की संभावना है |
4और 5 अक्टूबर को विश्व के अनेकों देशों प्रदेशों में अधिक बादलों के साथ वर्षा भी होगी | विशेषकर भारत के जम्मू कश्मीर लेह लद्दाख उत्तराखंड हिमाचल दिल्ली हरियाणा पंजाब उत्तरी राजस्थान उत्तर प्रदेश बिहार आदि में वर्षा हो सकती है |
6और 7 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश बिहार झारखंड असम मेघालय मणिपुर सिक्किम आदि प्रदेशों में काफी अधिक वर्षा होने की संभावना है जिससे कई देश प्रदेश आदि वर्षा से प्रभावित होंगे| जम्मू कश्मीर लेह लद्दाख उत्तराखंड हिमाचल आदि में भी वर्षा हो सकती है |इन दिनों में तापमान एवं वायु प्रदूषण की मात्रा कुछ कम रहेगी |
8 अक्टूबर को कहीं कहीं बादलों की उपस्थिति रहेगी ! कुछ स्थानों पर सामान्य वर्षा हो सकती है |उसके अतिरिक्त अधिकाँश आसमान साफ रहेगा |
9 अक्टूबर को तापमान अधिक रहेगा |कुछ स्थानों पर आग लग जाने की दुर्घटनाएँ घटित हो सकती हैं | इस दिन वर्षा होने की संभावना अन्य दिनों की अपेक्षा कम है |तेज हवाएँ चल सकती हैं |
10 और11 अक्टूबर को समुद्रों में हलचल बढ़ेगी !समुद्री हवाओं की गति तेज होगी !कुछ क्षेत्रों में आँधी तूफ़ान जैसी घटनाएँ घटित हो सकती हैं|!पश्चिम बंगाल झारखंड,छत्तीसगढ़,उड़ीसा तेलंगाना आंध्रप्रदेश,तमिलनाडु जैसे क्षेत्रों में बादलों का जमावड़ा बढ़ सकता है |कहीं कहीं कृषि के लिए हितकारिणी मध्यम वर्षा होने की संभावना है | समुद्री तटों के कुछ देशों प्रदेशों में तेज हवाओं के साथ अधिक वर्षा हो सकती है |वायु प्रदूषण बढ़ेगा !
12 और 13 अक्टूबर को उत्तर भारत,मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र ,कर्नाटक जैसे प्रदेशों में तेज हवाओं के साथ वर्षा हो सकती है | इन दिनों में कुछ बड़े चक्रवातों का निर्माण संभव है ,जिससे समुद्रवर्ती कुछ देशों प्रदेशों में तेज हवाओं के साथ अधिक वर्षा हो सकती है | उत्तर भारत में कहीं कहीं सामान्य वर्षा होगी | वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ सकता है |लोगों के मन में अकारण एक दूसरे के प्रति तीव्र विद्वेष की भावना पनपेगी |समाज में उत्तेजना बढ़ेगी | बाजार भावों में बड़ी उथल पुथल शुरू होगी !अचानक तेज उतार चढ़ाव देखे जा सकेंगे |
14 और 15 अक्टूबर को वायु की गति कुछ कम होगी ,अन्य समय की अपेक्षा तापमान कुछ बढ़ा रहेगा | वायु प्रदूषण कम होना प्रारंभ होगा | समाज में व्याप्त उन्माद कीभावना शांत होगी|पूर्वोत्तर प्रदेशों में बादलों की उपस्थिति बढ़ती देखी जा सकती है |कहीं कहीं मध्यम वर्षा की संभावना है |
विशेष : 16 से 26 अक्टूबर तक अन्य समय की अपेक्षा अधिक बादलों का जमावड़ा रहेगा !
16 अक्टूबर को वायु की गति कुछ कम होगी ,वातावरण में नमी की मात्रा बढ़नी प्रारंभ होगी | वायु प्रदूषण कम होना प्रारंभ होगा | समाज में व्याप्त उन्माद की भावना शांत होगी | पूर्वोत्तर प्रदेशों में बादलों की उपस्थिति बढ़ती देखी जा सकती है |कुछ स्थानों पर तेज हवाओं के साथ वर्षा होने की संभावना है |
17और18 अक्टूबर को हरियाणा पंजाब उत्तरी राजस्थान दिल्ली उत्तरप्रदेश बिहार आदि में वर्षा हो सकती है |हिमालयी हवाओं का वेग बढ़ने से हवाओं में नमी की मात्रा अधिक रहेगी|
19और 20 अक्टूबर को पृथ्वी के अधिकाँश भागों में गंभीरगर्जना के साथ अधिक वर्षा हो सकती है जिससे विश्व के अनेकों देशों प्रदेशों कृषि कार्यों में क़ाफी मदद मिलेगी |
21 और 22 अक्टूबर को अधिकाँश देशोंप्रदेशों में मध्यम वर्षा हो सकती है |हरियाणा पंजाब उत्तरी राजस्थान दिल्ली उत्तरप्रदेश बिहार आदि में विशेष वर्षा हो सकती है |हिमालयी हवाओं का वेग बढ़ने से हवाओं में नमी की मात्रा अधिक रहेगी|
23 अक्टूबर को अधिकाँश स्थानों पर बादलों की उपस्थिति दिखाई देगी |कुछ स्थानों पर अच्छी वर्षा हो सकती है ! तापमान कुछ घटेगा किंतु अभी विशेष कम होने की आशा नहीं की जानी चाहिए !
24और 25 अक्टूबर को कहीं कहीं अल्प मात्रा में बादलों की उपस्थिति देखने को मिलेगी तथा पहाड़ी प्रांतों के साथ साथ दक्षिण भारत में अधिक वर्षा होने की संभावना है|अधिकाँश भूभाग में बादलों के रहने की संभावना है | , अन्य दिनों की अपेक्षा तापमान बढ़ जाएगा! वायु मंडल मेंअग्नि तत्व की अधिकता रहेगी जिससे कुछ स्थानों पर आग लगने की घटनाएँ घटित हो सकती हैं |
26 अक्टूबर को समुद्री हवाएँ तेज चलेंगी | कुछ स्थानोंपर आँधी तूफ़ान जैसे उपद्रव घटित हो सकते हैं | दक्षिण पूर्वी भारत में वर्षा के साथ साथ आँधी तूफानों की घटनाएँ भी घटित होने की संभावना है |इस समय हवाओं का वेग कुछ अधिक होगा | परिवारों में अकारण तनाव बढ़ना प्रारंभ होगा | समाज में आंदोलन तनाव जैसी घटनाऍं घटित होते देखी जाएँगी |वायु मंडल से लेकर नदियों तालाबों के जलों में प्रदूषण की मात्रा बढ़नी शुरू हो जाएगी |
27 अक्टूबर को आकाश में वायुप्रदूषण का स्तर पहले की अधिक अपेक्षा बढ़ जाएगा | पारिवारिक एवं सामाजिक संबंधों में अचानक तनाव बढ़ना प्रारंभ हो सकता है |शुगर रोगियों को विशेष सावधान रहना चाहिए इस दिन शुगर की मात्रा अपेक्षा कृत अधिक हो सकती है|इन दिनों में समाज में भी तनाव का वातावरण विशेष हिंसक हो सकता है ,इस दिन वर्षा की विशेष संभावना है | दक्षिण पूर्वी समुद्री किनारों पर स्थित देशों प्रदेशों में आँधी तूफ़ान ओलावृष्टि अधिक वर्षा एवं बज्रपात होने की संभावना है |इन दिनों में चक्रवातों का निर्माण हो सकता है |विशेषकर दक्षिण पश्चिमी भारत में मौसम का प्रकोप अधिक दिखाई देगा |
28 अक्टूबर को वायुप्रदूषण का स्तर पहले की अपेक्षा बढ़ जाएगा | पारिवारिक एवं सामाजिक संबंधों में अचानक तनाव बढ़ना प्रारंभ हो सकता है |शुगर रोगियों को विशेष सावधान रहना चाहिए इन दिनों में शुगर की मात्रा अपेक्षा कृत अधिक हो सकती है| समाज में तनाव का वातावरण कहीं कहीं विशेष हिंसक हो सकता है ,मौसम सामान्य रहेगा अधिकाँश आकाशमण्डल में भूरे रंग के बादलों का जमावड़ा रहेगा केवल समुद्र के किनारे स्थित देशों प्रदेशों में आँधी तूफ़ान ओलावृष्टि अधिक वर्षा एवं बज्रपात होने की संभावना है |इन दिनों में चक्रवातों का निर्माण हो सकता है |विशेषकर दक्षिण पश्चिमी भारत में मौसम का प्रकोप अधिक दिखाई देगा |
29 अक्टूबर को अनेकों देशों प्रदेशों में बादलों की उपस्थिति रह सकती है फिर भी तेज धूप रहेगी | तापमान बढ़ जाएगा! वायु मंडल में ज्वलन शीलता की मात्रा अचानक बढ़ जाने के कारण इस दिन आग लगने की संभावना अन्य दिनों की अपेक्षा अधिक रहेगी | सूर्य की किरणें अधिक तीव्र होंगी | नदियों तालाबों में प्रदूषण की मात्रा कम होनी प्रारंभ होगी |इसी दिन सायंकाल में वर्षा का वातावरण बनता दिखाई देगा !
30 अक्टूबर को पश्चिम की ओर से आने वाली गरम हवाओं की गति धीमी होगी एवं हिमालयी हवाओं का वेग बढ़ने से वातावरण में न केवल नमी की मात्रा बढ़ेगी अपितु कुछ देशों प्रदेशों में बादलों की अधिक उपस्थिति के साथ साथ मध्यमस्तरीय वर्षा होने की संभावना है |
31 अक्टूबर को विश्व के अनेकों देशों प्रदेशों में अधिक बादलों के साथ साथ विशेष अधिक वर्षा होते देखी जा सकती है |विशेषकर भारत के जम्मू कश्मीर लेह लद्दाख उत्तराखंड हिमाचल दिल्ली हरियाणा पंजाब उत्तरी राजस्थान उत्तर प्रदेश बिहार आदि में वर्षा हो सकती है |
आँधी तूफ़ान : अक्टूबर के संपूर्ण महीने में तेज तूफानों की घटनाएँ बहुत कम घटित होंगी फिर भी 10,11,12,13,14,25,26,27 तारीखों में अक्टूबर को समुद्र में विशेष हलचल रहेगी | इस समय वायु संबंधी उपद्रव अधिक घटित होते दिखाई पड़ेंगे |इन दिनों में कुछ देशों प्रदेशों में हिंसक तूफानों एवं समुद्र तटवर्ती क्षेत्रों में चक्रवातों बज्रपातों की घटनाएँ घटित होते अधिक देखी जा सकती हैं |विश्व के दक्षिणी भाग में तेज तूफानों की घटनाएँ अधिक घटित होते देखी जा सकती हैं |
तनाव का समय :25 ,26,27,28,29 अक्टूबर को लोगों के मन में अकारण तनाव बढ़ सकता है | ऐसे समय में विभिन्न वर्गों समुदायों सम्प्रदायों एवं कुछ देशों के बीच में आपसी तनाव विशेष अधिक बढ़ सकता है | ऐसे समय में जिन्हें पहले से कोई तनाव चला आ रहा होगा उन्हें इस समय में अधिक परेशानी होगी | जिनके साथ ऐसा नहीं है इस समय में बेचैनी उनकी भी बढ़ेगी किंतु उन्हें अधिक परेशानी का अनुभव नहीं होगा |इन दिनों में लोगों को आतंरिक एवं बाह्य तनाव का सामना अधिक करना पड़ सकता है |
उत्पात का समय :
9 से 14 एवं 24-29 अक्टूबर के बीच आकाश से पाताल तक संपूर्ण प्रकृति में बेचैनी बढ़ेगी | इसीलिए इन दिनों में भूकंप ,सुनामी बज्रपात एवं विमान दुर्घटना जैसे हिंसक हादसे घटित हो सकते हैं |समय के दुष्प्रभाव से अकारण वाहनों का टकरा जाना,बसों का खाई में गिरजाना,दंगा फैलना,सरकारों एवं शासन के बिरुद्ध आंदोलन, देशों की सीमाओं पर संघर्ष गोलीबारी तथा बम विस्फोट आदि हिंसक आतंकवादी घटनाओं के घटित होने की संभावना इस समय में अन्य समय की अपेक्षा अधिक रहती है |यहाँ तक कि सभी जीवों में मानसिक बेचैनी बढ़ने के कारण जीव अधिक हिंसक एवं आक्रमक हो सकते हैं |लोगों के चिंतन में हिंसा उन्माद की मात्रा अन्य समय की अपेक्षा इन दिनों में अधिक बढ़ जाएगी !इसलिए परिवारों, जातियों, संप्रदाओं, समुदायों, देशों में आपसी तनाव बढ़ सकता है |अतएव इन दिनों में विशेष सावधानी बरती जानी चाहिए
विशेष बात :मैं विश्वास पूर्वक कह सकता हूँ कि प्रकृति के स्वभाव के आधार पर मौसम के विज्ञान को समझने में मौसम वैज्ञानिकों को अभी भी हजारों वर्ष लग सकते हैं क्योंकि अभी तक मौसम का कोई ऐसा विज्ञान ही नहीं है जिसके द्वारा मौसम को समझना इसके विषय में अनुमान पूर्वानुमान आदि लगाना संभव हो |