मौसम पूर्वानुमान : जून – 2022 (वैदिक)
1-8 जून तक तेज हवाएँ चलेंगी जिसमें 3,4,5 जून को कुछ स्थानों पर वर्षा की संभावना है !
1जून को वायु की गति कुछ कम रहेगी |बढ़ते तापमान के वेग पर अंकुश लगेगा | वायु प्रदूषण कम होना प्रारंभ होगा | समाज में व्याप्त उन्माद की भावना शांत होगी | पूर्वोत्तर प्रदेशों में बादलों की उपस्थिति देखी जा सकती है |
2जून को कुछ देशोंप्रदेशों में वर्षा होने की संभावना है |हरियाणा पंजाब उत्तरी राजस्थान दिल्ली उत्तर प्रदेश बिहार आदि में सामान्य बादलों की उपस्थिति रह सकती है |
3और 4जून को गरम हवाओं की गति धीमी होगी एवं हिमालयी हवाओं का वेग बढ़ने से हवाओं में नमी की मात्रा अधिक रहेगी!कुछ क्षेत्रों में सामान्य वर्षा की संभावना है |
5,6और 7 जून को विश्व के पूर्वोत्तर देशों प्रदेशों में सामान्य वर्षा की संभावना है | विशेषकर भारत के जम्मू कश्मीर लेह लद्दाख उत्तराखंड हिमाचल
आदि में कहीं कहीं वर्षा होने की संभावना है |
8और 9 जून को कुछ स्थानों पर अल्प मात्रा में बादलों की उपस्थिति देखने को मिलेगी तथा कहीं कहीं पहाड़ी प्रांतों में छिटपुट वर्षा होने की संभावना है |गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है !
10 जून को अधिकाँश देशों प्रदेशों में तेज धूप रहेगी वर्षा की संभावना नहीं है |अन्य दिनों की अपेक्षा तापमान विशेष बढ़ जाएगा! वायु मंडल मेंअग्नि तत्व की अधिकता रहेगी जिससे आग लगने की घटनाएँ इस दिन अधिक सकती हैं | इस दिन सूर्य मंडल विशेष रक्त वर्णी होगा एवं सूर्य की किरणें अधिक तीव्र होंगी | इसीलिए इस दिन की धूप रोगों को जन्मदेने वाली एवं आँखों के लिए विशेष अहितकर होगी |इस दिन की धूप उल्टी दस्त जैसे रोगों से विशेष पीड़ा प्रदान करने वाली है |
11 और 12 जून को हवाओं का वेग कुछ अधिक होगा कुछ अधिक होने से लू जैसी कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है |धूल भरी हवाओं का वेग बढ़ना प्रारंभ हो जाएगा | तापमान भी अधिक होगा ! परिवारों में अकारण तनाव बढ़ना प्रारंभ होगा | आंदोलन तनाव जैसी घटनाऍं घटित होते देखी जाएँगी | नदियों तालाबों के जलों में प्रदू षण मी मात्रा बढ़नी शुरू हो जाएगी |
13 और 14जून को आकाश में वायुप्रदूषण का स्तर काफी अधिक होगा| समाज में तनाव का वातावरण बन सकता है , संबंधों अचानक कलह बढ़ना प्रारंभ हो सकता है |शुगर रोगियों को विशेष सावधान रहना चाहिए इस दिन शुगर की मात्रा अपेक्षा कृत अधिक हो सकती है| मौसम सामान्य रहेगा |समुद्र के किनारे स्थित देशों प्रदेशों में आँधी तूफ़ान ओलावृष्टि अधिक वर्षा एवं बज्रपात होने की संभावना है |इन दिनों में चक्रवातों का निर्माण हो सकता है |
15 -18 जून तक पूर्वी भारत में एवं 19-26 जून तक पूर्वोत्तर भारत में वर्षा एवं बज्रपात होने की संभावना है !
15 जून को अधिकाँश देशों प्रदेशों में तेज धूप रहेगी | |तापमान बढ़ जाएगा! वायु मंडल में ज्वलन शील गैसों की मात्रा अचानक बढ़ जाने के कारण इस दिन आग लगने की संभावना अधिक रहेगी | सूर्य की किरणें अधिक तीव्र होंगी इसीलिए इस दिन की धूप रोगों को जन्मदेने वाली एवं आँखों के लिए अहितकर होगी |नदियों तालाबों से प्रदूषण की मात्रा कम होनी प्रारंभ होगी |कुछ स्थानों पर रात्रि में वर्षा हो सकती है |
16 जून को पश्चिम की ओर से आने वाली गरम हवाओं की गति धीमी होगी एवं हिमालयी हवाओं का वेग बढ़ने से वातावरण में न केवल नमी की मात्रा बढ़ेगी अपितु कुछ देशों प्रदेशों में बादलों की उपस्थिति के साथ साथ कहीं कहीं वर्षा की भी संभावना है |
17 और 18 जून को विश्व के अनेकों देशों प्रदेशों में वर्षा की विशेष संभावना है | विशेषकर भारत के जम्मू कश्मीर लेह लद्दाख उत्तराखंड हिमाचल दिल्ली हरियाणा पंजाब उत्तरी राजस्थान उत्तर प्रदेश बिहार आदि में कहीं कहीं सामान्य वर्षा हो सकती है |
19 और 20 जून को पूर्वोत्तर विश्व के कुछ देशों प्रदेशों में वर्षा की संभावना है | विशेषकर भारत के जम्मू कश्मीर लेह लद्दाख उत्तराखंड हिमाचल आदि में अल्प वर्षा हो सकती है |तापमान एवं वायु प्रदूषण की मात्रा कुछ कम होगी |
21 और 21 जून को कहीं कहीं बादलों की सामान्य उपस्थिति रहेगी ! हवाओं का तापमान कुछ कम रहेगा ! यहाँ से तापमान बढ़ना क्रमशः प्रारंभ हो जाएगा |
22 जून को तापमान क्रमशः बढ़ना प्रारंभ जाएगा | लू जैसी गरम हवाओं का सामना करना पड़ सकता है |आग लग जाने की दुर्घटनाएँ अधिक घटित हो सकती हैं | वर्षा होने की संभावना कम है |तेज आँधी तूफ़ान एवं ओले गिरने की संभावना बन सकती है |
23 जून को धूल भरी हवाओं का वेग बढ़ना प्रारंभ हो जाएगा!तापमान भी अधिक बढ़ चुका होगा !कुछ क्षेत्रों में आँधी तूफ़ान जैसी घटनाएँ भी घटित हो सकती हैं|तेज हवाओं के साथ कहीं कहीं वर्षाहो सकती है !
24और25 जून को धूल भरी हवाओं का वेग बढ़ना प्रारंभ हो जाएगा !तापमान भी अधिक बढ़ चुका होगा !कुछ क्षेत्रों में आँधी तूफ़ान के साथ वर्षा जैसी घटनाएँ भी घटित हो सकती हैं | इन दिनों में अमेरिका जैसे देशों में अत्यंत तीव्र चक्रवात आने की संभावना है |
26और27 जून को चक्रवातों का निर्माण हो सकता है | जिससे समुद्रवर्ती कुछ देशों प्रदेशों में तेज हवाओं के साथ वर्षा का वातावरण बनने की संभावना है जबकि सामान्यतौर पर इन दिनों में वर्षा प्रायः नहीं होगी!केवल वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ सकता है |
28 जून को वायु की गति कुछ कम होगी |बढ़ते तापमान के वेग पर अंकुश लगेगा | वायु प्रदूषण कम होना प्रारंभ होगा | समाज में व्याप्त उन्माद की भावना शांत होगी | सायंकाल के समय पूर्वोत्तर प्रदेशों में बादलों की उपस्थिति देखी जा सकती है |कहीं कहीं सामान्य वर्षा हो सकती है |
29 जून को कुछ देशोंप्रदेशों में वर्षा होने की संभावना है |हरियाणा पंजाब उत्तरी राजस्थान दिल्ली उत्तर प्रदेश बिहार आदि में सामान्य बादलों की उपस्थिति रह सकती है |
30 जून को गरम हवाओं की गति धीमी होगी एवं हिमालयी हवाओं का वेग बढ़ने से हवाओं में नमी की मात्रा अधिक रहेगी!कुछ देशों प्रदेशों में बादलों की उपस्थिति दिखाई पड़ेगी|कुछ क्षेत्रों में सामान्य वर्षा की संभावना है |
आँधी तूफ़ान : जून के संपूर्ण महीने में लू के तेज थपेड़ों का जोर रहेगा |तेज तूफानों की घटनाएँ घटित होते विशेष अधिक देखी जा सकती हैं |वैसे तो संपूर्ण महीने ही वायु संबंधी उपद्रव अधिक घटित होते दिखाई पड़ेंगे | उसमें भी 9 जून से हवाएँ काफी तेज चलनी प्रारंभ होंगी 11 जून से 17 जून तक एवं 24 से 28 जून तक कुछ देशों प्रदेशों में हिंसक तूफानों एवं समुद्र तटवर्ती क्षेत्रों में चक्रवातों बज्रपातों की घटनाएँ घटित होते अधिक देखी जा सकती हैं |19 एवं 21 जून को हवाओं का वेग विशेष अधिक रहेगा |
आग के बिषय में : इस वर्ष जून का महीना अन्य वर्षों की अपेक्षा अग्नि प्रकोप की दृष्टि से विशेष डरावना होगा !इसमें बार बार अग्नि प्रकोप की घटनाएँ घटित होती देखी जा सकेंगी |तापमान इतना अधिक बढ़ सकता है कि विगत कुछ दशकों के रिकार्ड टूट सकते हैं | इसमें उलटी दस्त एवं त्वचा संबंधी रोगों की अधिकता रहेगी | कुछ देशों प्रदेशों में त्वचा संबंधी विस्फोटक रोग इतने अधिक हिंसक हो सकते हैं महामारी के भयावह होने की दहशत पैदा कर सकते हैं | 9 से 29 जून के बीच तापमान बहुत अधिक बढ़ जाएगा| 11 जून 2022 से 22 जून 2022 तक तापमान में विशेष अधिक बढ़ोत्तरी देखी जाएगी | इसमें भी 10,14,15,22,27,28 तारीखों में अग्नि प्रकोप विशेष अधिक दिखाई देगा | इसलिए 11 से 22जून तक का समय इस प्रकार के विस्फोटक रोगों से विशेष अधिक चिंतनीय होगा |इस महीने में वायु मंडल में ज्वलन शील गैसों की विशेष अधिकता रहेगी अतएव इस महीने में अग्नि संबंधी दुर्घटनाएँ विशेष अधिक घटित हो सकती हैं |जिससे कहीं भी कभी भी आग लगने की घटनाएँ घटित होते देखी जा सकती हैं | उपर्युक्त दिनों में विशेष सावधानी बरती जानी चाहिए |
तनाव का समय : 10 से 14 जून के बीच लोगों के मन में समाज में समुदायों एवं दो देशों के बीच में तनाव विशेष अधिक बढ़ जाने का समय है | ऐसे समय में जिन्हें पहले से कोई तनाव चला आ रहा होगा उन्हें इस समय में अधिक परेशानी होगी | जिनके साथ ऐसा नहीं है इस समय में बेचैनी उनकी भी बढ़ेगी किंतु उन्हें अधिक परेशानी का अनुभव नहीं होगा |इन दिनों में लोगों को आतंरिक एवं बाह्य तनाव का सामना अधिक करना पड़ सकता है |
उत्पात का समय :
जून के महीने में चीन नेपाल म्यांमार भारत भूटान आदि देशों में अग्निकांड एवं आँधी तूफ़ान आदि प्राकृतिक आपदाएँ अधिक घटित हो सकती हैं | 10 से 14 जून एवं 23 से 27 जून तक आकाश से पाताल तक संपूर्ण प्रकृति में बेचैनी बढ़ेगी | इसीलिए इन दिनों में भूकंप ,सुनामी बज्रपात एवं विमान दुर्घटना जैसे हिंसक हादसे घटित हो सकते हैं |समय के दुष्प्रभाव से अकारण वाहनों का टकरा जाना,बसों का खाई में गिरजाना,दंगा फैलना,सरकारों एवं शासन के बिरुद्ध आंदोलन, देशों की सीमाओं पर संघर्ष गोलीबारी तथा बमविस्फोट आदि हिंसक आतंकवादी घटनाओं के घटित होने की संभावना इस समय में अन्य समय की अपेक्षा अधिक रहती है |यहाँ तक कि सभी जीवों में मानसिक बेचैनी बढ़ने के कारण जीव अधिक हिंसक एवं आक्रमक हो सकते हैं |लोगों के चिंतन में हिंसा उन्माद की मात्रा अन्य समय की अपेक्षा इन दिनों में अधिक बढ़ जाएगी !इसलिए परिवारों, जातियों, संप्रदाओं, समुदायों, देशों में आपसी तनाव बढ़ सकता है |अतएव इन दिनों में विशेष सावधानी बरती जानी चाहिए |