वैदिकमौसमपूर्वानुमान:सितंबर2021
    सितंबर के महीने में  बादलों की आवाजाही लगी रहेगी ,फिर भी इस महीने में बहुत अधिक वर्षा की संभावना नहीं है|अधिक वर्षा बहुत कम दिनों में ही होगी|बहुत अधिक वर्षा एवं बाढ़ जैसी परिस्थितियाँ सितंबर में बनते नहीं दिख रही हैं | 16 सितंबर के बाद वायु एवं अग्नि संबंधी दुर्घटनाएँ घटित होते देखी जा सकती हैं |कुछ क्षेत्रों में सूखा जैसे हालात बन सकते हैं | विशेषकर 18 से 30 सितंबर के बीच कुछ दिनों कोछोड़कर वर्षा की संभावना इतनी कम रहेगी कि कृषि कार्यों के लिए सिंचाई के संसाधनों का प्रयोग करना पड़ सकता है |20 से 30 सितंबर के बीच तापमान

भी क्रमशः बढ़ता चला जाएगा |

और अब विस्तार से-
    1और 2  सितंबर को गरम हवाओं की गति धीमी होगी एवं हिमालयी हवाओं का वेग बढ़ने से हवाओं में नमी की मात्रा अधिक रहेगी |तापमान कम होगा |अधिकाँश देशों प्रदेशों में बादलों की उपस्थिति अधिक दिखाई पड़ेगी जिससे अनेकों  क्षेत्रों में वर्षा होने की संभावना है |
3और 4 सितंबर  को विश्व के अनेकों देशों प्रदेशों में अधिक वर्षा की संभावना है | विशेषकर भारत के  जम्मू कश्मीर लेह लद्दाख उत्तराखंड हिमाचल हरियाणा पंजाब उत्तरी राजस्थान दिल्ली उत्तर प्रदेश बिहार आदिआदि में काफी अधिक वर्षा हो सकती है |
5और 6 सितंबर को  भारत के अनेकों प्रदेशों में विशेष  वर्षा होने की संभावना है | सामान्य वर्षा तो लगभग सभी जगहों पर होगी |
7सितंबर को अधिकाँश देशों प्रदेशों में कृषिकार्यों के लिए हितकारी अच्छी वर्षा होने की संभावना है |
8सितंबर को अधिकाँश देशों प्रदेशों में मध्यमस्तरीय वर्षा  होने की संभावना है |
9 सितंबर को कहीं कहीं धूप होने से तापमान बढ़ने की संभावना है | हवाओं का वेग बढ़ना प्रारंभ हो जाएगा |कहीं कहीं अल्पमात्रा में वर्षा भी हो सकती है |
10सितंबर को हुमस अधिक होगी !बादलों की उपस्थिति रहेगी हवाओं के वेग के साथ कहीं कहीं सामान्य वर्षा की संभावना भी है !आँधी तूफ़ान जैसी घटनाएँ भी घटित हो सकती हैं |
11और 12 सितंबर को कुछ क्षेत्रों में आँधी तूफ़ान एवं वायुप्रदूषण बढ़ने लगेगा | सामाजिक वातावरण में मानसिक तनाव की मात्रा इस समय अधिकबढ़ती दिखाई देगी |कुछ क्षेत्रों में वर्षा की संभावना है |
13 सितंबर कोआकाश में वायुप्रदूषण का  स्तर  अधिक होगा| मौसम सामान्य रहेगा |समुद्र के किनारे स्थित देशों प्रदेशों में आँधी तूफ़ान ओलावृष्टि अधिक वर्षा एवं बज्रपात होने की संभावना है |इन दिनों में चक्रवातों का निर्माण हो सकता है | सामान्यतौर पर इन दिनों  में वर्षा प्रायः नहीं होगी!
 14 सितंबर को वायुमंडल में ज्वलनशील गैसों की मात्रा अचानक बढ़ जाएगी |तापमान अन्य दिनों की अपेक्षा कुछ अधिक होगा | वर्षा होने की संभावना अत्यंत कम है | कुछ देशों प्रदेशों में सामान्य वर्षा हो सकती है |
15और 16 सितंबर कोविश्व के अनेकों  देशों प्रदेशों में वर्षा की संभावना है| विशेषकर भारत के जम्मू कश्मीर लेह लद्दाख उत्तराखंड हिमाचल आदि में वर्षा हो सकती है | हरियाणा पंजाब उत्तरी राजस्थान दिल्ली उत्तरप्रदेश बिहार आदि में भी वर्षा हो सकती है|
17और18 सितंबर को  विश्व के अनेकों  देशों प्रदेशों में सामान्य से कुछ अधिक वर्षा होने की संभावना है|भारत के हरियाणा पंजाब उत्तरी राजस्थान दिल्ली उत्तरप्रदेश बिहार आदि में काफी विशेष वर्षा की  संभावनाएँ हैं |
19 सितंबर को बादलों की उपस्थिति अधिक रहेगी एवं अनेकों देशों प्रदेशों में मध्यम वर्षा की संभावना है |
20सितंबर को कुछ क्षेत्रों में बरसने वाले बादलों की आवाजाही रहेगी !कहीं कहीं मध्यम मात्रा में वर्षा भी होगी !तापमान बढ़ना  प्रारंभ होगा | |
21सितंबर को कुछ देशों प्रदेशों में कृषिकार्यों के लिए हितकारी सामान्य वर्षा होने की संभावना है |
22सितंबर को अन्य दिनों की अपेक्षा तापमान कुछ अधिक होगा !कुछ क्षेत्रों में तेज आँधी तूफ़ान जैसी घटनाएँ भी घटित हो सकती हैं |वर्षा होने की संभावना बहुत कम है |
23 और 24 सितंबर को तेज हवाओं के साथ कुछ क्षेत्रों में सामान्य वर्षा की संभावना है !समुद्र के किनारे वाले देशों प्रदेशों में आंधी के साथ अधिक वर्षा हो सकती है |
25 सितंबर को हवाओं का वेग बढ़ना प्रारंभ हो जाएगा !तापमान भी अधिक बढ़ चुका होगा !कुछ क्षेत्रों में तेज आँधी तूफ़ान जैसी घटनाएँ भी घटित हो सकती हैं|इन्हीं दिनों में समुद्र के आसपास के क्षेत्रों में तेज  हवाओं के साथ काफी अधिक वर्षा  हो सकती है |
26सितंबर को आँधी और वर्षा के साथ साथ कहीं कहीं समुद्री क्षेत्रों में हिंसक चक्रवातों का भी निर्माण हो सकता है |
27 सितंबर को कहीं कहीं हवा के झकोरों के साथ अत्यंत अल्पमात्रा वर्षा हो सकती है | अन्य दिनों की अपेक्षा तापमान कुछ बढ़ा रहेगा |
28 सितंबर को अन्य दिनों की अपेक्षा तापमान कुछ अधिक होगा !धूप होगी कहीं कहीं अग्नि से होने वाली दुर्घटनाएँ घटित होते देखी जा सकती हैं |
29 सितंबर को गरम हवाओं की गति धीमी होगी एवं हिमालयी हवाओं का वेग बढ़ने से हवाओं में नमी की मात्रा अधिक रहेगी |तापमान घटेगा  |अधिकाँश देशों प्रदेशों में बादलों की उपस्थिति अधिक दिखाई पड़ेगी |जिससे कुछ क्षेत्रों में वर्षा होने की भी संभावना है |
30 सितंबर को भारत के  जम्मू कश्मीर के लेह लद्दाख उत्तराखंड हिमाचल हरियाणा पंजाब उत्तरी राजस्थान दिल्ली उत्तरप्रदेश बिहार आदि में वर्षा होने की संभावना है |
आँधीतूफ़ान: 18 से 31सितंबर तक तेज हवाओं का प्रवाह रहेगा | 12 से 16 सितंबर के बीच वर्षा की संभावना है | इसी प्रकार से 24,25 ,26 27 एवं 28 सितंबर केरल कर्नाटक तमिलनाडु आंध्रप्रदेश तेलंगाना उड़ीसा गुजरात एवं महाराष्ट्र जैसे प्रदेशों में तीव्र समुद्री तूफानों का निर्माण हो सकता है | इन तारीखों में आँधी तूफानों की अधिक संभावना है इनमें हिंसक चक्रवातों के निर्माण की संभावना अधिक रहेगी |इन्हीं तारीखों में महाराष्ट्र केरल कर्नाटक तमिलनाडु आंध्रप्रदेश तेलंगाना उड़ीसा पुड्डुचेरी त्रिपुरा छत्तीस गढ़ पश्चिम बंगाल आदि प्रदेशों में  तेज हवाओं  के साथ वर्षा की संभावना है |
आग लगने के बिषय में पूर्वानुमान:  
सितंबर के महीने में अग्नि का भय सामान्य रहेगा |अग्नि प्रकोप की दृष्टि से  1,10,14,22,28 सितंबर  को अग्नि प्रकोप की संभावना है !इन दिनों में विशेष सावधानी वरती जानी चाहिए |

तनाव का समय :10से14 सितंबर के बीच के समय में लोगों के मन में समाज में समुदायों एवं दो देशों के बीच में तनाव विशेष अधिक बढ़ जाने का समय है | ऐसे समय में जिन्हें पहले से कोई तनाव चला आ रहा होगा उन्हें इस समय में अधिक परेशानी होगी | जिनके साथ ऐसा नहीं है इस समय में बेचैनी उनकी भी बढ़ेगी किंतु उन्हें अधिक परेशानी का अनुभव नहीं होगा |
उत्पात का समय: 11से 14 सितंबर एवं 23से27 सितंबर को आकाश से पाताल तक संपूर्ण प्रकृति में बेचैनी बढ़ेगी| इसीलिए इन दिनों में भूकंप ,बज्रपात एवं विमान दुर्घटना जैसे हिंसक हादसे घटित  हो सकते हैं |समय के दुष्प्रभाव से अकारण वाहनों का टकरा जाना,बसों का खाई में गिरजाना,दंगा फैलना,सरकारों एवं शासन के बिरुद्ध आंदोलन, देशों की  सीमाओं पर संघर्ष गोलीबारी तथा बमविस्फोट आदि हिंसक आतंकवादी घटनाओं के घटित होने की संभावना इस समय में अन्य समय की अपेक्षा अधिक रहती है |यहाँ तक कि सभी जीवों में मानसिक बेचैनी बढ़ने के कारण जीव अधिक हिंसक एवं आक्रमक हो सकते हैं |लोगों के चिंतन में हिंसा उन्माद की मात्रा  अन्य समय की अपेक्षा इन दिनों में अधिक बढ़ जाएगी !इसलिए परिवारों, जातियों, संप्रदाओं, समुदायों, देशों में आपसी तनाव बढ़ सकता है |अतएव इन दिनों में विशेष सावधानी बरती जानी चाहिए |

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